लेखक : आदिति फडणीस

आज का अखबार, लेख

सिद्धरमैया बनाम डीके शिवकुमार: कर्नाटक में कांग्रेस की सत्ता के पीछे छिपी कलह, प्रदेश नेतृत्व में जंग तेज

समय रहते अपनी सेवानिवृत्ति घोषित करना क्या हमेशा बेहतर रहता है? कारोबारी जगत में इससे अपनी उत्तराधिकार योजना तैयार करने में मदद मिल सकती है लेकिन राजनीति में शायद ऐसा नहीं होता। यह संभव है कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया द्वारा कर्नाटक में 2023 के चुनावों में यह कहना कि ‘यह मेरा आखिरी चुनाव है’ […]

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सियासी हलचल: नीतीश फिर केंद्र में, लेकिन भाजपा की नजर उत्तराधिकार पर

बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक दलित विधायक के साथ हाल ही में हुई बातचीत में राज्य में आगामी विधान सभा चुनाव के बारे में नई सच्चाई सामने आई। समस्तीपुर क्षेत्र के विधायक एक गणितज्ञ हैं, वह पंचायत और बाद में 2020 के विधान सभा चुनाव लड़ने के लिए भाजपा द्वारा उनकी सेवाएं […]

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सियासी हलचल: तमिलनाडु की राजनीति में कमल हासन की भूमिका

वह केवल अभिनेता नहीं हैं। वह एक प्रशिक्षित भरतनाट्यम नर्तक, एक गायक, नृत्य निर्देशक और फिल्म निर्देशक हैं। वह इकलौते व्यक्ति हैं जिन्हें 19 फिल्मफेयर पुरस्कार मिल चुके हैं जो किसी भारतीय के सर्वाधिक पुरस्कार हैं। उन्होंने जिन फिल्मों में काम किया उनमें से सात को ऑस्कर की विदेशी भाषा की फिल्म श्रेणी में शॉर्टलिस्ट […]

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सियासी हलचल: बिहार में शराबबंदी फिर बन रहा चुनावी मुद्दा

कुछ लोग इसे कभी भरपाई न होने वाली आपदा बताते हैं। कुछ लोग इसकी समीक्षा और इसमें सुधार चाहते हैं। कम संख्या में ही सही, कुछ लोगों का मानना है कि इसे पूरी तरह हटा लेना चाहिए क्योंकि यह कारगर नहीं है। मगर सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) का कहना है कि राज्य में चुनाव हो […]

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सियासी हलचल: चिराग की दावेदारी और उनके सामने विकल्प

गृह मंत्री अमित शाह ऐलान कर चुके हैं कि इस साल अक्टूबर-नवंबर में संभावित बिहार विधान सभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के विजयी होने पर मुख्यमंत्री की कमान नीतीश कुमार के पास ही रहेगी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बिहार इकाई के प्रमुख दिलीप जायसवाल ने भी शाह के सुर में सुर मिलाया […]

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संघर्ष के क्षण में एकजुट रहे हैं पक्ष-विपक्ष

भारत की पश्चिमी सीमा पर गोलाबारी चल रही है। परंतु संसद में खामोशी है। विपक्ष ने मांग की थी कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद खुफिया और सुरक्षा नाकामी के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराने के लिए संसद का संयुक्त सत्र आयोजित किया जाए। ऐसा लगता है कि वह मांग ठंडे बस्ते में […]

आज का अखबार, लेख

क्या जल बदल पाएगा पाकिस्तान का व्यवहार?

वर्ष 2020 में चीन के साथ सीमा पर तनाव बढ़ने के बाद भारत ने वहां की कंपनियों के लिए देश में कारोबार करना काफी मुश्किल बना दिया था। भारत ने चीन को झुकाने के लिए टिकटॉक सहित कई मोबाइल ऐप्लिकेशन (ऐप) पर भी प्रतिबंध लगा दिए थे। बिज़नेस स्टैंडर्ड को दिए साक्षात्कार में पूर्व विदेश […]

आज का अखबार, उद्योग, बिहार व झारखण्ड

Patna Metro: पटना की नई मेट्रो लाइन: छोटे शहरों के लिए भविष्य की बड़ी उम्मीद

पटना इस समय उत्साह से लबरेज है। शहर को एक नया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा मिल रहा है, जिसका उद्घाटन इसी 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इसके अलावा एक एलिवेटेड रोड भी बन कर तैयार है। इसी साल 15 अगस्त तक बिहार की पहली मेट्रो भी यहां दौड़ने लगेगी। पहले चरण में पांच स्टेशनों […]

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एम ए बेबी के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी

यह बात मई 1996 की है जब अटल बिहारी वाजपेयी सरकार संसद में विश्वास मत हासिल न कर पाने की वजह से 13 दिन में गिर गई थी। वाजपेयी सरकार गिरने के बाद देश में कम्युनिस्ट आंदोलन के इतिहास का एक अहम पन्ना पलटने की तैयारी शुरू हो गई थी। उस समय पश्चिम बंगाल के […]

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केरल में कमल खिला पाएंगे राजीव चंद्रशेखर!

मलयालम पर उनकी खास पकड़ नहीं है। कई मशहूर और दिग्गज वक्ताओं वाले राज्य केरल में उन्हें प्रभावशाली वक्ता भी नहीं माना जाता। केरल में उन्होंने ज्यादा वक्त भी नहीं बिताया है। लेकिन राजीव चंद्रशेखर को हाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केरल इकाई का प्रमुख नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति यह सोचकर […]