Editorial: मानव विकास सूचकांक में भारत की छलांग, लेकिन पड़ोसी अब भी आगे!
मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) के नवीनतम संस्करण में भारत की तीन पायदानों की प्रगति मामूली संतोष की वजह ही हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि हम अभी भी 193 देशों वाले इस सूचकांक में निचले हिस्से में ही हैं और 2022 के 133वें स्थान की जगह 2023 में हम 130वां स्थान हासिल कर सके। जैसा […]
Editorial: ऑपरेशन सिंदूर- प्रतिक्रिया और संयम
मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात भारतीय सैन्य बलों ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर तथा पाकिस्तान में एक सैन्य कार्रवाई की जिसे ऑपरेशन सिंदूर का नाम दिया गया। इस दौरान नौ ठिकानों को निशाना बनाया गया जिनका इस्तेमाल भारत के विरुद्ध आतंकी हमलों की योजना बनाने और सीधे हमले करने के लिए किया जाता था। जैसा […]
Editorial: ट्रंप का फिल्मों पर टैरिफ एक अतार्किक प्रस्ताव
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने वैश्विक वस्तु व्यापार को लेकर टैरिफ की जंग इस अनुमान के आधार पर शुरू की थी कि अधिकांश देशों के साथ भारी घाटे के चलते अमेरिका को नुकसान हो रहा है और संरक्षणवादी शुल्क निवेश और रोजगार को अमेरिका में वापस लाएंगे। अधिकांश अर्थशास्त्री यही कहते आए हैं कि इस […]
Editorial: सऊदी अरब और अमेरिकी दबाव – क्या तेल उत्पादन की नीति में बड़ा बदलाव आएगा?
सप्ताहांत पर एक ऑनलाइन बैठक में पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन और उनके रूस जैसे सहयोगी देश, जिन्हें ओपेक प्लस के नाम से जाना जाता है, इस बात पर सहमत हुए कि तेल उत्पादन तेजी से बढ़ाया जाए। समूह के मुताबिक जून में तेल उत्पादन रोजाना 4,00,000 बैरल से अधिक बढ़ाया जाएगा। यह लगातार दूसरा […]
Editorial: भूषण पावर ऐंड स्टील पर सर्वोच्च न्यायालय का फैसला, और उठते गंभीर सवाल
सर्वोच्च न्यायालय ने गत सप्ताह निर्णय दिया कि भूषण पावर ऐंड स्टील (बीपीएसएल) के लिए जेएसडब्ल्यू की समाधान योजना अवैध थी। यह फैसला दिवालिया प्रक्रिया के लिए गंभीर झटके के रूप में सामने आ सकता है। एक ऐतिहासिक निर्णय में सर्वोच्च न्यायालय ने बीपीएसएल के समापन का भी आदेश दिया। यह आदेश उसकी समाधान योजना […]
Editorial: टैरिफ राहत और निवेशकों की वापसी से बाजार में नई उम्मीद
भारतीय शेयर बाजार ने टैरिफ में इजाफे और कमजोर कॉरपोरेट नतीजों को लेकर असाधारण प्रतिक्रिया दी। ‘लिबरेशन डे’ के आसपास भारी गिरावट के बावजूद अप्रैल में निफ्टी माह दर माह आधार पर 3.5 फीसदी ऊपर रहा। म्युचुअल फंड सहित घरेलू संस्थागत निवेशक अप्रैल में 28,228 करोड़ रुपये के विशुद्ध खरीदार रहे जबकि मार्च में उन्होंने […]
Editorial: जाति की जटिलताएं: गणना, राजनीति और सामाजिक संतुलन का द्वंद्व
राजनीतिक मामलों की केंद्रीय कैबिनेट कमेटी ने बुधवार को अगली जनगणना में जाति की गणना को शामिल करने का निर्णय लिया। आज़ादी के बाद यह पहला मौका होगा जब जनगणना के दौरान जाति के आंकड़े संग्रहीत किए जाएंगे। हालांकि अनुसूचित जाति और जनजाति के आंकड़े दर्ज किए जाते हैं लेकिन व्यापक स्तर पर जातिगत आंकड़े […]
Editorial: कुछ आर्थिक कदमों से पाए जा सकते हैं बेहतर परिणाम
महामारी के कारण मची उथल-पुथल से तेजी से उबरने के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था सामान्य वृद्धि के पथ पर लौटती नजर आ रही है। एक अनुमान के मुताबिक 2024-25 में यह 6.5 फीसदी की दर से बढ़ी और चालू वर्ष में इसकी वृद्धि के अनुमान भी करीब इसी स्तर के हैं। बहरहाल, भारत को अगर अपने […]
Editorial: स्वस्थ उम्रदराज जनसंख्या के लाभ!
अक्सर उम्रदराज होते समाजों को धीमी वृद्धि और बढ़ते राजकोषीय दबाव के साथ जोड़ा जाता है लेकिन अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के ताजा विश्व आर्थिक दृष्टिकोण (डब्ल्यूईओ) को देखें तो एक ऐसा नज़रिया सामने आता है जो स्वस्थ ढंग से उम्रदराज होती जनसंख्या के संभावित आर्थिक लाभांशों को सामने लाता है। वैश्विक स्तर पर बढ़ती […]
Editorial: Apple से उपजता अवसर
सप्ताहांत पर खबरें आईं कि टेक क्षेत्र की अग्रणी कंपनी ऐपल अमेरिका भेजे जाने वाले अपने सभी आईफोन चीन के बजाय भारत में ही बनाना शुरू करना चाहती है। इसके पीछे की वजह समझना बहुत मुश्किल नहीं है। यह सही है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की टैरिफ की जंग सभी साझेदार देशों पर असर […]