Budget 2024: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट पेश करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। वह मंगलवार को रिकॉर्ड लगातार सातवीं बार बजट पेश करेंगी। इसी के साथ ही वे पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई का रिकॉर्ड तोड़ेंगी, जिन्होंने वित्त मंत्री के रूप में पांच यूनियन बजट और एक अंतरिम बजट पेश किया था।
केंद्रीय बजट भारतीय शेयर बाजार के लिए एक प्रमुख ट्रेंडसेटर रहा है। बजट में होने वाली घोषणाओं का शेयर बाजार पर सीधा प्रभाव पड़ता है। इस साल लोकसभा चुनाव होने के चलते बजट जुलाई में पेश किया जा रहा है। एक फरवरी, 2024 को अंतरिम बजट पेश किया गया था।
पिछले 10 वर्षों के उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, बजट वाले दिन (1 फरवरी) पिछले 10 में 8 ट्रेडिंग सेशन में भारतीय शेयर बाजार गिरावट में बंद हुआ है जबकि केवल दो बार मार्केट हरे निशान में बंद हुई है।
अंतरिम बजट 2024 वाले दिन शेयर बाजार में आई थी गिरावट
वहीं, इस साल 1 फरवरी को शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखा गया था। बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 106.81 अंक या 0.15% की गिरावट के साथ 71,645.30 पर बंद हुआ था, जबकि एनएसई निफ्टी 28.25 अंक या 0.13% की गिरावट के साथ 21,697.45 पर बंद हुआ।
इसके अलावा बजट 2023 वाले दिन शेयर बाजार मिलेजुले रुख के साथ बंद हुए थे। सेंसेक्स 158 अंक या 0.27 प्रतिशत बढ़कर 59,708.08 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 46 अंक या 0.26 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,616.30 पर बंद हुआ था।
2014 में गिरा था शेयर बाजार
मोदी सरकार के कार्यकाल संभालने के पहले बजट में शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की थी। मोदी सरकार पहली बार साल 2014 में बनी थी। तब पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट पेश किया था। इस दिन सेंसेक्स 0.28 प्रतिशत और निफ़्टी 0.2% गिरकर बंद हुआ था।
2015 में शेयर बाजार में आई थी तेजी
साल 2014 के उलट 2015 में बजट वाले दिन शेयर बाजार चढ़कर बंद हुआ था। तब सेंसेक्स 0.48 फीसदी और निफ़्टी 0.6 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुआ था।
2016 में शेयर में आई थी गिरावट
साल 2016 की बात करें तो इस साल बजट वाले दिन बाजार बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ था। उस दिन सेंसेक्स 0.66 प्रतिशत और निफ़्टी 0.6 फीसदी की गिरावट लेकर बंद हुआ था।
2017 में चढ़ा था शेयर बाजार
वहीं, साल 2017 में शेयर बाजार में जोरदार तेजी आई थी। इस साल बजट वाले दिन सेंसेक्स जहां 1.76 फीसदी चढ़कर बंद हुआ था वहीं निफ़्टी 1.8 प्रतिशत की वृद्धि लेकर बंद हुआ था।
2018 में लुढ़का था शेयर बाजार
साल 2018 का बजट पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का अंतिम बजट था। तब बजट एक फरवरी को पेश किया था और इस दिन बाजार में मामूली गिरावट देखने को मिली थी।
2019 में गिरा था बाजार
साल 2019 में मोदी सरकार लगातार दूसरी बार सत्ता में आई थी। चुनावी वर्ष होने के कारण 2019 का बजट जुलाई में पेश किया गया था। यह केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से पेश किया गया पहला बजट था। हालांकि, बाजार को साल 2019 का बजट पसंद नहीं आया था बाजार लाल निशान में बंद हुआ था।
2020 में बाजार में आई थी बड़ी गिरावट
2020 के बजट वाले दिन शेयर बाजार बड़ी गिरावट लेकर बंद हुआ था। तब सेंसेक्स जहां 2.43 फीसदी गिरकर बंद हुआ था वहीं निफ़्टी में 2.5 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
2021 में शेयर बाजार ने मारी थी बड़ी छलांग
साल 2021 का बजट शेयर बाजार को इतना पसंद आया था कि मार्केट 5 प्रतिशत उछलकर बंद हुई थी।
2022 में भी चढ़ा था शेयर बाजार
कोविड-19 से प्रभावित साल 2022 में वित्त मंत्री सीतारमण की घोषणाओं से गदगद बाजार चढ़कर बंद हुआ था।
2023 में गिरा था शेयर बाजार
इसके अलावा साल 2023 में बाजार में मिलाजुला रुख रहा था। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम पूर्ण बजट था। इस बजट वाले दिन सेंसेक्स जहां हरे निशान में बंद हुआ था वहीं निफ़्टी लाल निशान में रहा था।
2024 में भी बाजार में आई थी गिरावट
1 फरवरी, 2024 को पेश अंतरिम बजट वाले दिन शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखा गया था। बीएसई सेंसेक्स 106.81 अंक या 0.15% की गिरावट के साथ 71,645.30 पर बंद हुआ था, जबकि एनएसई निफ्टी 28.25 अंक या 0.13% की गिरावट के साथ 21,697.45 पर बंद हुआ।