कमजोर हाजिर कारोबार के बीच एनसीडीईएक्स और एमसीएक्स में मंगलवार को मिर्च और हल्दी की वायदा कीमतों ने 2 प्रतिशत के निचले सर्किट को छू लिया।
एनसीडीईएक्स में सर्वाधिक सक्रिय अक्तूबर महीने के अनुबंध में दो प्रतिशत की कमी हुई और यह 4,381 रुपये प्रति क्विंटल रह गया। वहीं एमसीएक्स में अगस्त और सितंबर महीने का अनुबंध 2 प्रतिशत गिरकर क्रमश: 4,541 रुपये और 4,378 रुपये प्रति क्विंटल को छू गया।
विश्लेषकों के मुताबिक, देश के प्रमुख हल्दी उत्पादक राज्य आंध्र प्रदेश में मानसूनी बरसात के कारण बुआई में सुधार होने से हाजिर और वायदा कीमतों पर प्रभाव पड़ रहा है। निजामाबाद में हल्दी की हाजिर कीमतें 52 रुपये गिरकर 4,517.75 रुपये प्रति क्विंटल रह गया। आंध्र प्रदेश के गुंटूर में सुस्त मांग के बाद मिर्च की वायदा कीमतों में भारी गिरावट आई।
गुंटूर मंडी में मांग सुस्त रहने से मिर्च के वायदा भाव में भी तेज कमी आयी। एनसीडीईएक्स में मिर्च की अगस्त डिलीवरी 2.02 प्रतिशत गिरकर 5,143 रूपए प्रति क्विंटल तथा अक्तूबर अनुबंध 1.94 प्रतिशत गिरकर 5,514 रूपए प्रति क्विंटल हो गईं।
एक विश्लेषक ने बताया कि सुस्त खरीददारी की वजह से कीमतों में इस समय कमजोरी का रुख है। इस कमजोरी की एक वजह गुंटूर के शीत भंडार गृहों में भारी स्टॉक है। फिलहाल शीतगृहों में कुल स्टॉक करीब 42 लाख बोरियों की है। एक बोरी 40 किलो की होती है। गुंटूर के बाजार में मिर्च का हाजिर मूल्य 5,053 रुपये प्रति क्विंटल पर मजबूत बना हुआ है।