पश्चिम एशिया के राजनीतिक तनाव और अमेरिका के वित्तीय संकट का असर मंगलवार को सोने की कीमत पर दिखा।
लंदन मेटल एक्सचेंज में सोने की कीमत ने पिछले चार महीनों का सर्वोच्च रेकॉर्ड कायम करते हुए 982.50 डॉलर प्रति औंस के स्तर को छू लिया। न्यू यॉर्क मर्केंटाइल एक्सचेंज में भी यह 982.80 डॉलर प्रति औंस की ऊंचाई तक पहुंच गया।
मंगलवार को सोने की तत्काल डिलीवरी का भाव 0.9 फीसदी यानी 8.91 डॉलर की तेजी के साथ 981.51 डॉलर पर बंद होने से पहले 982.50 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया। सोने की कीमत का यह रेकॉर्ड 19 मार्च के बाद सबसे अधिक है। वहीं न्यू यॉर्क मर्केंटाइल एक्सचेंज के कॉमेक्स डिवीजन में सोने का भाव 0.9 फीसदी यानी 9.10 डॉलर की तेजी के साथ 982.80 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया।
यूरो की तुलना में डॉलर का भाव पिछले तीन महीनों के सबसे कम स्तर तक चला गया है। फिलहाल एक यूरो के बदले में 1.60 डॉलर मिल रहे हैं। कच्चे तेल की कीमत भी 146 डॉलर प्रति बैरल के पार जा चुकी है। यूरोप और एशिया में सोने के भंडार में भी गिरावट हुई है।
ओपेक के दूसरे सबसे बड़े तेल उत्पादक देश ईरान ने देश के नाभिकीय कार्यक्रम को रोकने की संयुक्त राष्ट्र की कोशिश को चुनौती दी है। इसके अलावा, सोमवार को अमेरिका में कंपनियों के शेयर पिछले एक दशक के न्यूनतम स्तर तक गिर गए। ऐसी स्थिति उस खबर के बाद आयी जिसमें कहा गया था कि पूंजी के अभाव में कई अमेरिकी बैंक दिवालिया हो सकते हैं। जानकारों के मुताबिक, शेयर बाजार के कमजोर प्रदर्शन के चलते निवेशकों ने सुरक्षित विकल्प के तौर पर सोने में निवेश करने पर जोर दिया है।