वैश्विक सुस्ती के रुझान और स्टॉकिस्टों द्वारा भारी बिकवाली के चलते सोने की कीमत में लगातार तीसरे दिन गिरावट हुई।
शुक्रवार को तो इस गिरावट ने रेकॉर्ड बना दिया जब 10 ग्राम सोने के मूल्य में 375 रुपये की गिरावट हुई और इस तरह यह 12,190 रुपये तक चला गया। इस तरह महज तीन दिनों में ही सोने में 840 रुपये की कमी हो चुकी है। इस हफ्ते पिछले चार हफ्तों में पहली बार सोने की कीमत में गिरावट हुई है।
जानकारों के मुताबिक, इस गिरावट की वजह तेल के अंतरराष्ट्रीय मूल्य में हुई कमी और यूरो की तुलना में डॉलर में आयी गिरावट है। इस तरह महंगाई को थामने के लिए सोने में होने वाले निवेश में भी कमी हुई है। कारोबारियों के अनुसार, त्योहार और शादी-विवाह के मौसम के बीत जाने से अमेरिकी बाजार में सोने की कीमत में गिरावट हुई है जिसके चलते यहां भी सोने के भाव में कमी हुई है। देश में भी अभी इसकी खरीदारी काफी सुस्त है।
उनके मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजारों से गहरे जुड़े देश के सर्राफा बाजारों में विदेशी मंदी का असर दिखना लाजिमी है। उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव 927 डॉलर से लुढ़ककर इस समय 875 डॉलर तक जा पहुंचा है। इसी प्रकार की मंदी का आलम चांदी में भी दिखा और हाजिर चांदी में 1010 रुपये प्रति किलो की जबरदस्त कमी हुई। इसके पीछे की वजह स्टॉकिस्टों और औद्योगिक इकाइयों के द्वारा होने वाली मांग में कमी होना है।