बढ़ती महंगाई का सामना कर रही सरकार को गेहूं खरीद के मामले में बड़ी राहत मिलती दिख रही है।
वह गेहूं खरीद के लक्ष्य से महज 1.5 लाख टन दूर है और अभी तक 148.57 लाख टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) और अन्य एजेंसियों ने कल तक 148 लाख टन से ज्यादा गेहूं की खरीद की।
एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि गेहूं की खरीद इस साल के 150 लाख टन के लक्ष्य को पार कर जाने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2007…08 में सरकारी एजेंसियों द्वारा कुल 111.2 लाख टन गेहूं की खरीद की गई थी। पिछले दो सालों के दौरान कम खरीद की वजह से सरकार को बफर स्टाक की जरूरतें पूरी करने के लिए बड़ी मात्रा में गेहूं का आयात करना पड़ा था।
वर्ष 2006 में सरकार ने 55 लाख टन गेहूं का आयात किया था। वहीं पिछले साल 18 लाख टन गेहूं का आयात किया गया था। इस साल गेहूं की खरीद लक्ष्य से अधिक पहुंचने के अनुमान से भारत को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लिए गेहूं का आयात नहीं करना पड़ेगा। कृषि मंत्री शरद पवार ने विश्वास जताया कि सीजन के अंत तक गेहूं की खरीद 190 लाख टन तक पहुंच सकती है। एफसीआई का एक अप्रैल तक गेहूं का स्टाक 55.49 लाख टन पर पहुंच गया।