इस हफ्ते अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तांबे की कीमत में थोड़ी कमी आने की उम्मीद जतायी जा रही है।
दुनिया में तांबे के सबसे बड़े उपभोक्ता चीन के आयात में कमी होने के अनुमान और उसके द्वारा घरेलू तांबे के उपभोग को जारी रखने की संभावना की वजह से यह कमी होने के आसार हैं।
उधर चिली की कोडेलको खदान में उत्पादन के दुबारा शरू होने के बीच बाजार का रुख बड़ा ही रूखा है। इस खदान के मजदूर पिछले 16 अप्रैल से हड़ताल पर चले गए थे। इस हड़ताल से प्रभावित होने वाली दूसरी खान अल टेनिंटे में भी पूरी क्षमता के साथ उत्पादन शुरू हो गया है।
हालांकि, कोडेलको की अल सल्वाडोर खान में उत्पादन अभी भी पूरी क्षमता से नहीं हो पा रहा है। मजदूरों की हड़ताल और आंदोलन से प्रभावित होने वाली तीन खानों में से यह भी एक खान है। उधर इक्वाडोर से खबर है कि पिछले महीने वहां तांबे की खुदाई के ठप्प होने के बाद सरकार ने तय किया है कि बड़े पैमाने पर इसकी दुबारा खुदाई अब अगस्त स शुरू की जाएगी।
देश का ऊर्जा और खान मंत्रालय बड़े पैमाने पर फैले भ्रष्टाचार को नियंत्रित करने और और प्रबंधकीय खामियों को दूर करने के लिए एक नए कानून को तैयार करने में लगा है। हालांकि तांबे का पर्याप्त पर अतिरिक्त उत्पादन अनचाहे ही इसके भंडार में वृद्धि कर रहा है, जिसके चलते बाजार में मंदी का माहौल बन रहा है। और इन्हीं कारणों के चलते तांबे की कीमत में कमी आ रही है।
रेलीगेयर इंटरप्राइजेज के कमोडिटी प्रमुख जयंत मांगलिक के अनुसार, क्षार धातुओं में इस समय मंदी का दौर है। पहले जहां आपूर्ति का मसला इसकी कीमत को तय करने में अहम भूमिका निभाता था, वहीं अब इसकी वास्तविक मांग से इसके भाव प्रभावित होने लगे हैं। उनके अनुसार, चीन के आयात में पिलहाल कमी होने के आसार हैं और इसकी वजह उसकी घरेलू मांग में होने वाली कमी है।
6 मार्च को तांबे की कीमत के अब तक के उच्चतम स्तर 8,820 डॉलर प्रति टन तक पहुंचने के बाद पिछले हफ्ते अगले तीन महीने की डिलीवरी के लिए इसमें 2.7 फीसदी की गिरावट आयी है। जबकि पिछले दो हफ्तों से तो इसकी कीमत में लगातार कमी आ रही है।
एलएमई का तांबे का कुल भंडार अगस्त 2005 के बाद अपने सर्वोच्च शिखर पर है। इसमें 10 फीसदी की बढाेतरी होने के साथ यह 1.21 लाख टन तक जा पहुंचा है। इस शुक्रवार को तो इसके भंडार में रेकॉर्ड 11,150 टन की वृद्धि हुई। इसके भंडार में वृद्धि होने की मुख्य वजह दक्षिण कोरिया है। चीन में स्थित एलएमई गोदाम के नजदीक होने की वजह से इसके भंडार को बढाने के मामले में दक्षिण कोरिया की भूमिका अहम हो जाती है।
शंघाई के वायदा बाजार द्वारा नियंत्रित होने वाले भंडार में पिछले हफ्ते 10 फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है। चीन का उत्पाद विभाग अभी आंकड़े जुटा रहा है, पर कारोबारियों की आशंका है कि अप्रैल में चीन में तांबे की मांग में कमी आ सकती है। चीन में तांबे की मांग में कमी आने से निकल में भी गिरावट आयी है। पिछले हफ्ते इसमें 5 फीसदी की कमी आयी। पर एशिया से मांग के बरकरार रहने से टिन, अल्युमीनियम और जस्ते का भाव में थोड़ी तेजी रही।