जिंस कारोबार को नियंत्रित करने वाली देश की सबसे बड़ी संस्था मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एमसीएक्स) की सहयोगी इकाई नैशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) अगस्त से कम से कम 10 कृषि और औद्योगिक जिंसों का ऑनलाइन हाजिर कारोबार शुरू करने जा रहा है।
एनएसईएल के एमडी और सीईओ अंजनी सिन्हा ने बताया कि हमने सदस्यता की तमाम औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं और इसके बाद लगभग एक महीने तक मॉक ट्रेडिंग किया जाएगा। सिन्हा के मुताबिक, इसके ठीक बाद हमारे यहां हाजिर कारोबार की शुरुआत कर दी जाएगी।
शुरू में एक्सचेंज में केवल 10 जिंसों का ही हाजिर कारोबार किया जाएगा। इसे महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुजरात में प्रारंभ किया जा रहा है जहां पहले ही संबंधित राज्य सरकारों से इसके लिए लाइसेंस लिया जा चुका है। इसके अलावा बिहार और केरल, जहां फिलहाल कोई कृषि उत्पाद विपणन समिति काम नहीं कर रही है, में भी यह कारोबार शुरू करने की योजना है।
स्थानीय स्तर पर और भी बेहतर सेवा देने के लिए यह संस्थान दूसरे राज्य सरकारों से भी लाइसेंस हासिल करने की कोशिश कर रही है। यह एक्सचेंज पहले उल्लिखित पांचों राज्यों में कारोबार से जुड़ी हर तरह की सुविधा मुहैया कराएगा। इसके अतिरिक्त यहां धातु और औद्योगिक उत्पादों के कारोबार को भी शुरू किया जाएगा। इस कारोबार में देश के किसी भी कोने से एक्सचेंज के सदस्य, सब-ब्रोकर और उनके ग्राहक भागीदारी कर सकते हैं।
एनएसईएल के साथ पंजीकरण कराने के बाद ऑनलाइन कारोबार शुरू करने की सुविधा इन्हें मिल जाएगी। इसके बाद इन्हें राज्य सरकार या किसी से भी लाइसेंस लेने की कोई जरूरत नहीं रह जाएगी। अपनी संस्था के साथ अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने के लिए एनएसईएल ने पूरे देश में रोड शो करने की योजना बनायी है।
ऑनलाइन हाजिर कारोबार के फायदे गिनाते हुए एनएसईएल के एमडी और सीईओ अंजनी सिन्हा ने कहा कि यह एक्सचेंज देश भर में सभी कृषि उत्पादों के कारोबार की सुविधा मुहैया कराता है। बिचौलिए आदि पर होने वाले खर्चों को काट दें तो इससे बाजार की क्षमता में वृद्धि ही होगी। उनके अनुसार, इस तरह के कदम से किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।
उन्होंने बताया कि मंडियों में जाकर, कारोबारियों से बातकर और मीडिया आदि के जरिए इस कारोबार में शरीक होने वालों को स्थानीय भाषा में प्रशिक्षित करने की योजना बना रहे हैं। इसके लिए किसान संगठनों से गठबंधन करने की योजना भी बनायी जा रही है। कमजोर हैसियत वाले किसानों को भी हाजिर कारोबार के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एनएसईएल का प्रस्ताव है कि ठीक एक दिन बाद निपटान होने वाले सौदे (टी + 1 सेटलमेंट) का न्यूनतम आकार 100 किलोग्राम तक कर दिया जाए।
यही नहीं, यह एक्सचेंज इस कारोबार में विभिन्न क्षेत्रों के लिए अलग-अलग कीमत निर्धारित करने की बात कर रहा है। किसी निश्चित तिथि को किए गए सौदे का निपटान ठीक उसी दिन करना अनिवार्य किया जा रहा है। यदि किसी सूरत में बिक्रेता सौदे को निपटाने में विफल हो जाता है तो एक्सचेंज इसके लिए शॉर्ट डिलीवरी ऑक्शन की सहायता लेगा। यदि खरीदार ही सौदे को लेने में असफल हो जाता है तो एक्सचेंज इसके लिए सामान की बोली लगाएगा। दोनों ही स्थितियों में दूसरे पक्ष के अधिकार की रक्षा की जाएगी।