राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (नेफेड)व्यावसायिक आधार पर एक लाख टन सरसों के बीज खरीदने की योजना बना रही है।
नेफेड के अतिरिक्त प्रबंध निदेशक कैलाश ज्ञानी ने बताया कि हमने व्यावसायिक आधार पर एक लाख टन सरसों खरीदने की योजना बनाई है। हालांकि हम कितना खरीदेंगे यह उत्पादन और बाजार की कीमत पर निर्भर करता है। नेफेड ने ताजी फसल आने के साथ कीमतों में संभावित गिरावट के बाद नेफेड ने खरीद के लिए बाजार में प्रवेश करने की योजना बनाई है। नई फसल 15 अप्रैल से बाजार में आने लगेगी।
मूल्य समर्थन योजना के तहत नेफेड ने पिछले साल भारी तादाद में खरीद की थी लेकिन फिलहाल इसके पास सिर्फ एक लाख टन सरसों ही है। उन्होंने कहा कि हमारे पास सिर्फ करीब 90 000 टन सरसों का स्टाक ही मौजूद है।
ज्ञानी ने कहा कि एजेंसी सरसों इसलिए नहीं खरीद पाई क्योंकि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के मुकाबले बाजार में कीमत ज्यादा थी। उन्होंने कहा कि एमएसपी 800 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है जबकि बाजार में कीमत 2 400 रूपए चल रहा है।
सरसों के उत्पादन के बारे में उन्होंने कहा कि साफ तस्वीर 20- 25 दिनों में ही उभर पाएगी। सरकार ने इस सत्र में 70 लाख टन सरसों उत्पादन होने की उम्मीद है।