आयात के बावजूद महंगी हो रही हैं दालें

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 2:00 PM IST

भले ही सरकार ने आयात के जरिए घरेलू बाजार में दालों की आपूर्ति बढ़ाने की कोशिशें की हों, लेकिन दालों की कीमतों को लेकर आम आदमी को फिलहाल कोई राहत नहीं मिल रही है और कीमतों में तेजी का रुख बना है।


घरेलू बाजार में अरहर, मूंग और उड़द जैसी प्रमुख दालों की खुदरा कीमतें काफी ऊंची हैं और देश के कई हिस्सों में कीमतें करीब 50 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई हैं। वास्तव में कीमतें पिछले एक महीने के दौरान बढ़ी हैं।

उदाहरण के तौर पर राष्ट्रीय राजधानी में एक महीने पहले अरहर की दाल 42-44 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर उपलब्ध थी, लेकिन अब कीमतें 48-50 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई हैं। इसी तरह, धुली उड़द दाल की कीमतें 42-44 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 55-56 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गईं।

हालांकि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 11 जुलाई, 2008 को दिल्ली में अरहर की खुदरा कीमत 43 रुपये प्रति किलोग्राम पर थीं, जबकि चने की दाल की कीमत 34.50 रुपये प्रति किलोग्राम थीं। सार्वजनिक क्षेत्र की ट्रेडिंग एजेंसियों ने अप्रैल, 2007 से अभी तक 14 लाख टन विभिन्न दालों के आयात का अनुबंध किया है।

First Published : July 29, 2008 | 12:06 AM IST