हाल-ए-कमोडिटी बाजार

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 4:40 AM IST

हल्दी के सीमित कारोबार की संभावना


मौजूदा सीजन में हल्दी के भाव में मजबूती आने और इसके 4 हजार प्रति क्विंटल की सीमा को पार कर जाने के बाद इसके कारोबार के सीमित रहने की संभावना है।

जानकारों के मुताबिक, इस साल वायदा बाजार में हल्दी की कीमत में काफी मजबूती आयी है। अभी की स्थिति यह है कि इसकी आपूर्ति के सीमित रहने से हल्दी में मजबूती जारी रहने की पूरी उम्मीद है।

पिछले हफ्ते ठीक अगले महीने के लिए होने वाला हल्दी का वायदा कारोबार खुलने के समय कमजोर रहा और कारोबार के आगे बढ़ने पर इसमें थोड़ी गिरावट ही देखने को मिली। हालांकि इस गिरावट के बावजूद हल्दी का भाव 3900 से 4050 रुपये प्रति क्विंटल के बीच बना रहा।

मसाला कारोबार से जुड़े एक जानकार ने बताया कि बाजार हल्दी की कीमत में कोई ज्यादा गिरावट का अंदाजा नहीं लगा रहा है। हाल-फिलहाल में इसकी कीमत के 4058 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास बने रहने की उम्मीद लगायी जा रही है। शनिवार को एनसीडीईएक्स में जून डिलिवरी के लिए इसका भाव 3,968 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। इस तरह पिछले एक हफ्ते में ही हल्दी की कीमत में 2.6 फीसदी की कमी आ चुकी है।

अगले हफ्ते के लिए अनुमान लगाया जा रहा है कि इसकी कीमत के लिए पहली बाधा 4125 रुपये जबकि दूसरी बाधा 4213 रुपये प्रति क्विंटल है। जबकि 3897 रुपये के आसपास हल्दी को ठीक-ठाक समर्थन मिलने की उम्मीद है।

जबरदस्त तेजी के लिए तैयार है मक्का

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मक्के की मांग के अच्छी रहने के साथ-साथ घरेलू मोर्चों जैसे पॉल्ट्री और स्टार्च उद्योग की ओर से भी इसकी मांग में लगातार तेजी बने रहने से मक्के के कारोबार में फिलहाल तेजी का रुख दिख रहा है।

पिछले हफ्ते तो मक्के के हाजिर कारोबार सहित वायदा कारोबार में भी तेजी की प्रवृत्ति देखने को मिली। पहले जहां रोज 60 हजार मक्के की बोरियों की आवक होती थी वहीं अभी की स्थिति है कि यह सिमटकर 40 हजार बोरियों तक आ पहुंची है।  कयास लगाए जा रहे हैं कि इस वजह से अगले हफ्ते मक्का बाजार में तेजी बनी रहेगी। डॉलर की तुलना में रुपये में होने वाली ताजा गिरावट के चलते विदेशों में मक्के की मांग में वृद्धि हुई है।

कमोडिटी के जानकारों का मानना है कि अगले कुछ महीनों में इस वजह से निर्यात में रेकॉर्ड बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि खबर है कि बिहार के किसानों के पास मक्के का काफी अच्छा भंडार है पर निकट भविष्य में इसकी कीमत में काफी वृद्धि होने के अनुमान के चलते उन्होंने अपना भंडार रोके रखा है।

First Published : June 9, 2008 | 12:14 AM IST