कम होने लगी आम की ‘मिठास’

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 3:05 PM IST

गर्मी के मौसम की विदाई के साथ ही दिल्ली की मंडियों से अब आम की आवक धीमी पड़ गई है।


आजादपुर मंडी में आम के थोक विक्रेताओं का कहना है कि इस समय मंडी में आम की रोजाना लगभग 15 गाड़ियां आ रही हैं जबकि पिछले महीने मंडी में आम की 30 से 35 गाड़ियां आ रही थी। आम के थोक विक्रेता शंभूनाथ ने बताया – गर्मी का मौसम शुरू होने से पहले आम की पैदावार कम होने की बात की जा रही थी, बावजूद इसके आम की आवक ठीक ही रही है।

लेकिन इस समय आम के मौसम के जाने और मांग में कमी के चलते आवक में पचास फीसदी की कमी आ गई है। आम की गाड़ियां मुख्य तौर पर सहारनपुर, अमरोहा, मेरठ और उत्तर प्रदेश के दूसरे शहरों से आ रही है। इन गाड़ियों में 8 किलोग्राम की 1400 से 1500 पेटियां होती हैं। आम विक्रेता राज फ्रूट कंपनी के अजय सिंह बताते है कि दिल्ली की मंडियों में आम तौर पर लंगड़ा और चौसा ही आते हैं।

दशहरी की आवक बहुत कम है। एपीएमसी (कृषि उत्पाद विपणन निगम )के आंकड़ों के हिसाब से इस समय दिल्ली की मंडियों में लगभग 33 टन आम की रोजाना आवक हो रही है। आम का न्यूनतम मूल्य दशहरी के लिए 850 रुपये प्रति क्विंटल और लंगड़ा के लिए 750 रुपये प्रति क्विंटल है। जबकि अधिकतम मूल्य (दशहरी और लगड़ा, दोनों के लिए) 2000 रुपये प्रति क्विंटल के आस-पास है।

यही नहीं, हिमाचल प्रदेश, एनसीआर और पंजाब की मंडियों में आम की कीमतें पिछले माह की अपेक्षा लगभग 30 फीसदी कम हो गई है। हिमाचल प्रदेश में तो आम की कीमतें पिछले माह की अपेक्षा लगभग 50 फीसदी से ज्यादा गिर गई है। जबकि उत्तर प्रदेश में मांग ज्यादा होने और आपूर्ति कम होने से आम की कीमतें पिछले माह की अपेक्षा लगातर बढ़ रही है।

आम की कीमत

                              जुलाई 2008         जून 2008
हरियाणा                   1410                     1441
हिमाचल प्रदेश           717                     1563
एनसीआर                 1394                     2030
पंजाब                       1095                     1576
उत्तर प्रदेश                 951                       915
उत्तराखंड                    539                       600
(कीमतें रुपये प्रति क्विंटल  में) स्रोत : एपीएमसी

First Published : August 5, 2008 | 11:23 PM IST