नकदी में कमी और अनिश्चितता से विश्व जिंस बाजार सुस्त

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 05, 2022 | 5:31 PM IST

बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि नकदी में कमी व अनिश्चितता के कारण बैंकर्स व फाइनेंसर इन दिनों सट्टेबाजी से जुड़े जिंसों को निकालने के लिए आमादा नजर आ रहे हैं।


यही वजह है कि सट्टेबाजी से जुड़े जिंसों की कीमत इन दिनों विश्व बाजार में कम हो रही है।जनेवा स्थित जिंस कारोबार से जुड़े एक विशेषज्ञ ने बताया कि जिंसों के मूल्य में कमी जारी रहेगी। यह कमी मुख्य रूप से कृषि से जुड़ी चीजों में रहेगी। उनका कहना है कि जारी सप्ताह में जिंसों का यह रुख जारी रहेगा क्योंकि नकदी की स्थिति बहुत ही खराब है और वित्तीय बाजार में भी काफी अनिश्चितता बनी हुई है।


कारोबारी ने बताया कि फिलहाल बहुत सारे देशों में खाद्य पदार्थों की कमी बताई जा रही है और ऐसे में इन वस्तुओं की कीमत में बढ़ोतरी होनी चाहिए। लेकिन गत सप्ताह के दौरान इनके बाजार में कमी मुख्य वजह से सट्टेबाजों के कारण आई। क्योंकि ये सट्टेबाज इन दिनों बैंक व वित्तीय संस्थाओं की तरलता को देखते हुए काम कर रहे हैं। व्यापारी ने बताया कि अगर यह वित्तीय स्थिति जारी रही तो जिंसों की बिक्री मूल्य में बढ़ोतरी के दबाव को काफी समर्थन मिलेगा।


बाजार में इस सप्ताह ऊर्जा व धातु में कुछ सुधार हुआ है तो अनाज के बाजार में नरमी का रुख देखने को मिल रहा है। ऐसे में व्यापारी यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि यह गिरावट एक खास वक्त के लिए है या इनमें नरमी का रुख जारी हो गया है। गत सप्ताह तेल की कीमतों में गिरावट जारी रहने के बाद इसमें कुछ सुधार देखा गया है। इस दौरान तेल की कीमत प्रति बैरल 111.80 डॉलर की मजबूती के बाद 103.23 प्रति बैरल डॉलर के स्तर पर आ गया।


लेकिन इराक में हालत बुरी होने के बाद आपूर्ति में कमी से इसकी स्थिति सुधर रही है। इराक में तेल पाइपलाइन पर हुए हमलों के बाद तेल की कीमत मजबूती के साथ 107 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गई।दूसरी ओर शिकागो के वायदा कारोबार में गेहूं, मक्का व सोयाबीन में काफी तेजी से गिरावट देखी गई। गौरतलब है कि शिकागो अनाज व अन्य कृषि योग्य जिंसों के कारोबार के लिए सबसे प्रमुख केंद्र है।


हालांकि कारोबार से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि विभिन्न देशों में अनाज व खाद्य पदार्थों में हो रही कमी व धातु व तेल की मांग में बढ़ोतरी के समर्थन से जिंस कारोबार में उछाल की उम्मीद की जा सकती है। गत सप्ताह के दौरान सोने की कीमतों में भी गिरावट रही।


सोने की कीमत प्रति औंस 935 डॉलर से गिरकर प्रति औंस 910 डॉलर के स्तर पर आ गई। धातु के क्षेत्र में गत सप्ताह कुछ सुधार देखा गया। एल्युमिनियम के भाव 3.6 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 2,935 डॉलर प्रति टन के स्तर पर पहुंच गया तो तांबे की कीमत 3.4 सुधार के साथ 8,097.50 डॉलर प्रतिटन के स्तर पर देखने को मिला।


आर्थिक जगत के कुछ जानकारों का मानना है कि वर्तमान में खाद्य पदार्थों की कीमतों में जो तेजी देखी जा रही है वह मुख्य रूप से अमेरिकी फेडेरल की कमजोर डॉलर नीति के कारण है।

First Published : April 2, 2008 | 12:37 AM IST