भूषण स्टील और उत्तम गैल्वा जैसी मंझोले श्रेणी की स्टील कंपनियां अपने स्टील की कीमतों में 4,000 रुपये प्रति टन तक की कटौती करने पर सहमत हो गई हैं।
इन कंपनियों ने बुधवार को इस्पात सचिव आर एस पाण्डेय के साथ हुई बैठक में इस बात का फैसला किया। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते ही स्टील क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों ने स्टील की कीमतों में 4,000 रुपये प्रति टन और सरिया की कीमतों में 2,000 रुपये प्रति टन की कटौती की थी।
निर्यात कर अधिसूचना जारी होने के बाद भी बड़ी स्टील कंपनियों ने कीमतें कम करने के प्रस्ताव से कदम पीछे नहीं खींचे हैं। बैठक के बाद पाण्डेय ने बताया कि सरकार निर्यात कर को कम करने पर विचार कर रही है। सरकार ने 10 मई को स्टील उत्पादों पर 15 फीसदी तक का निर्यात कर लगाने की अधिसूचना जारी की है। पाण्डेय ने कहा कि कंपनियों द्वारा कीमतें कम करने के बदले सरकार ने निर्यात कर को कम करने की बात कभी नहीं की।
भूषण स्टील, उत्तम गल्वा के अलावा नैशनल स्टील, सूर्या स्टील, महाराष्ट्र सीमलेस जैसी कंपनियों ने भी कीमतों में कमी की है। कीमतों में कटौती के बाद कोल्ड रोल्ड, गैल्वेनाइज्ड स्टील, टयूब्स और पाइप की बढ़ती कीमतों से कुछ राहत मिलेगी।
स्टील कंपनियां पहले तो कच्चे माल का आयात करती हैं फिर उससे उत्पाद तैयार करके एडवांस लाइसेंसिंग स्कीम के तहत उसका निर्यात करती हैं। पाण्डेय का कहना है कि सरकार के इस कदम से लंबे उत्पाद यानी सरिया की कीमतों में 20 फीसदी तक की कमी आ जाएगी साथ ही दूसरे स्टील उत्पादों की कीमतें भी गिरेंगी। मंझोले श्रेणी की कंपनियां फिलहाल देश में 70 लाख टन स्टील का उत्पादन कर रही हैं।