आईपीएल से काटा विज्ञापन जगत ने माल

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 4:01 AM IST

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का पहला सीजन भले ही समाप्त हो गया हो लेकिन लगता है कि भारतीय मीडिया और विज्ञापन जगत को इस सीजन से अच्छी खासी कमाई हो गई है।


आईपीएल से जुड़ने वाली सभी विपणन और विज्ञापन कंपनियों ने इस लीग के दौरान काफी मुनाफा कमाया है। लीग के शुरुआत में मैच के दौरान 10 सैकेण्ड के विज्ञापन की कीमत 2 लाख रुपये थी। लेकिन दर्शकों  की संख्या में इजाफा होने के कारण 10 सैकेण्ड के एक विज्ञापन के प्रसारण की कीमत 5-10 लाख रुपये के बीच हो गई।

दिलचस्प बात यह है कि टी-20 विश्व कप के फाइनल मैच (भारत बनाम पाकिस्तान) के दौरान प्रसारित किये गये विज्ञापनों का रेट 8-10 लाख रुपये की बीच ही था। लीग के दौरान इन विज्ञापनों के प्रसारण की कीमत इससे ज्यादा ही थी। लेकिन अगर टीआरपी रेटिंग की बात करे तो भारत-पाकिस्तान के बीच हुआ फाइनल बाजी मार गया है।  टी-20 वर्ल्ड कप फाइनल की टीआरपी रेटिंग 9.21 थी जबकि आईपीएल के फाइनल मैच की टीआरपी रेटिंग 7.7 ही थी।

टैम मीडिया रिसर्च कंपनी के मुताबिक आईपीएल के सबसे कम देखे जाने वाले मैच की रेटिंग भी कम से कम 3 थी। हालांकि टीएएम ने अभी सिर्फ 49 मैचों की टीआरपी रेटिंग के आंकड़े ही जारी किये हैं। इनमें से लगभग 3 मैचों की रेटिंग 3 के आसपास रही। लगभग 13 मैचों को 6-7 के बीच की टीआरपी रेटिंग मिली है। बाकी मैचों की टीआरपी रेटिंग भी 4  और 5 के बीच ही रही।

विज्ञापन देने वाली एजेंसियों के  लिए इस साल आईपीएल विज्ञापनों द्वारा मोटी कमाई का जरिया बन गया। मैडिसन कम्युनिकेशंस के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सैम बल्सारा के मुताबिक 44 दिनों के इस टूर्नामेंट के दौरान विज्ञापनों और टीम प्रायोजकों के जरिये लगभग 350 करोड़ रुपये की कमाई हुई है।  

इस लीग के दौरान सानी ने 220 करोड़ रुपये के टीवी विज्ञापन और टीम के लोगो, ड्रेस और ब्रांड बनाने पर लगभग 130 करोड़ रुपये खर्च किये हैं। टीवी विज्ञापन का सालाना कारोबार लगभग 7,000 करोड़ रुपये का है। आईपीएल लीग से बीसीसीआई को लगभग 350 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है जबकि पिछले साल बीसीसीआई को 235 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।

माना जा रहा है कि आईपीएल से हर साल लगभग 1,000-1,500 करोड़ रुपये की कमाई होगी। आईपीएल के शुरू होने से पहले सैट मैक्स की बाजार में मात्र 6 फीसदी हिस्सेदारी थी लेकिन आईपीएल के बाद सैट मैक्स की हिस्सेदारी 29 फीसदी हो गई है। सैट मैक्स की प्राइम टाइम के दौरान बाजार में लगभग 29 फीसदी हिस्सेदारी है और यह हिंदी के टॉप नौ चैनलों से 5 फीसदी ज्यादा है। बात यही खत्म नहीं होती है।

उद्योग सूत्रों के मुताबिक टीवी विज्ञापनों द्वारा प्राप्त होने वाला राजस्व इस साल 8,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा भी छू सकता है। आईपीएल के दूसरे सीजन में सोनी ही लगभग 650 करोड़ रुपये लगाने की योजना बना रहा है। अगर रेटिंग की बात करे तो आईपीएल के दौरान कोलकाता के फिल्म प्रेमी भी थियेटरों से दूर ही रहे। कोलकाता के लोगों ने तीन घटे की फिल्म देखने के बजाय कोलकाता नाइट राइडर्स के मैच को तवज्जो दी।

उद्योग विश्लेषकों के अनुसार आईपीएल के दौरान देश भर के थिएटर मालिकों को लगभग 10 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। दर्शकों की संख्या गिनने वाली कंपनी एमैप के मुताबिक लगभग 2.4 करोड़ लोगों ने आईपीएल के फाइनल मैच को देखा था। इस दौरान उच्चतम रेटिंग 10.2 रही थी। एमैप के मुताबिक दोनों सेमीफाइनल मैचों के  दौरान भी टीआरपी 4 से ज्यादा ही थी।

First Published : June 6, 2008 | 12:18 AM IST