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Akasa Air को मिला नया फंडिंग बूस्ट, Premji Invest और Ranjan Pai करेंगे निवेश

Akasa Air की वर्तमान शेयरहोल्डिंग में सबसे बड़ा हिस्सा 45.97% झुनझुनवाला फैमिली के पास है।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- April 15, 2025 | 9:57 PM IST

देश की फेयर ट्रेड रेगुलेटर संस्था CCI (Competition Commission of India) ने Akasa Air की पैरेंट कंपनी SNV Aviation Pvt. Ltd. में हिस्सेदारी खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह निवेश Premji Invest, Manipal Group के प्रमुख रंजन पई के फैमिली ऑफिस और 360 ONE Asset की ओर से किया जा रहा है। इस डील के ज़रिए ये तीनों निवेशक SNV Aviation में आंशिक हिस्सेदारी लेंगे और कंपनी की ग्रोथ योजनाओं को मजबूती देंगे।

किन कंपनियों का होगा निवेश

Akasa Air में निवेश करने वालों में PIOF (PI Opportunities Fund-I Scheme-II) शामिल है, जो SEBI द्वारा रजिस्टर्ड एक वैकल्पिक निवेश फंड है और Premji Invest द्वारा नियंत्रित किया जाता है। इसके अलावा, Claypond Capital Partners नाम की कंपनी जो रंजन पई के परिवार से जुड़ी है, और 360 ONE Private Equity Fund भी निवेश में शामिल है। यह फंड 360 ONE Asset मैनेजमेंट के ज़रिए ऑपरेट होता है। CCI की मंजूरी के बाद ये सभी निवेशक अलग-अलग स्कीमों के ज़रिए SNV Aviation में अपना हिस्सा ले सकेंगे।

Akasa Air को मिलेगा ग्रोथ के लिए कैपिटल सपोर्ट

इस साल फरवरी में Akasa Air ने ऐलान किया था कि वह एक नए निवेश समूह के साथ पूंजी जुटाने की प्रक्रिया में है, जिसमें अज़ीम प्रेमजी की ग्लोबल इन्वेस्टमेंट फर्म और रंजन पई का फैमिली ऑफिस भी शामिल हैं। यह पूंजी कंपनी की मौजूदा विस्तार योजनाओं जैसे नए रूट्स, ज्यादा विमानों और बेहतर सेवा के लिए इस्तेमाल होगी। कंपनी का मकसद भारतीय एविएशन सेक्टर में तेज़ी से विस्तार करना है।

मौजूदा शेयरधारकों की हिस्सेदारी में बदलाव

Akasa Air की वर्तमान शेयरहोल्डिंग में सबसे बड़ा हिस्सा 45.97% झुनझुनवाला फैमिली के पास है। कंपनी के CEO विनय दुबे, जो इसके संस्थापक भी हैं, उनके पास 16.13% हिस्सेदारी है। उनके भाई संजय और नीरज दुबे के पास 7.59%-7.59% शेयर हैं। इसके अलावा Madhav Bhatkuly के पास 9.41% और PAR Capital Ventures LLC के पास 6.37% हिस्सेदारी है। नए निवेशकों के आने के बाद मौजूदा हिस्सेदारों का प्रतिशत थोड़ा घट सकता है।

CCI की मंजूरी क्यों ज़रूरी थी

ऐसी डील्स, जिनका आकार तय सीमा से अधिक होता है, उनके लिए CCI की मंजूरी लेना जरूरी होता है। CCI का काम देश में स्वस्थ और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा को बनाए रखना है। यह सुनिश्चित किया जाता है कि किसी भी डील से बाजार में एकाधिकार की स्थिति न बने और ग्राहक या अन्य कंपनियों को नुकसान न हो।

Akasa Air के लिए आगे का रास्ता

CCI से मंजूरी मिलने के बाद अब Akasa Air के लिए नया पूंजी निवेश रास्ता साफ हो गया है। कंपनी इसे अपने विस्तार के लिए इस्तेमाल करेगी और घरेलू एविएशन सेक्टर में अपनी स्थिति को और मजबूत करने की कोशिश करेगी। निवेशकों का यह भरोसा Akasa के भविष्य को लेकर एक बड़ा संकेत है। (PTI के इनपुट के साथ)

First Published : April 15, 2025 | 9:53 PM IST