वाणिज्यिक वाहन क्षेत्र की दिग्गज अशोक लीलैंड (Ashok Leyland) ने वित्तवर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ में 17 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है और यह बढ़कर 933.69 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2022-23 की इसी अवधि में यह 800 करोड़ रुपये था।
हल्के और मध्य वाणिज्यिक वाहन श्रेणी की बिक्री में वृद्धि की बदौलत यह इजाफा हुआ है। कंपनी ने आज कहा कि इस तिमाही में उसकी बिक्री और मार्जिन अब तक सबसे अधिक रहा।
कंपनी ने चालू वित्त वर्ष के दौरान हल्के वाणिज्यिक वाहनों (एलसीवी) में छह नए वाहनों को उतारने के साथ-साथ लगभग 500 से 700 करोड़ रुपये तक का निवेश करने की भी योजना बनाई है।
समीक्षाधीन अवधि में कंपनी का समेकित राजस्व 13,577.58 करोड़ रुपये रहा जबकि एक साल पहले यह 13,202.55 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ बढ़कर 2,696.34 करोड़ रुपये हो गया, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष के दौरान यह 1,358.82 करोड़ रुपये था।
दूसरी तरफ इस दौरान परिचालन से इसका समेकित राजस्व 45,790.64 करोड़ रुपये रहा जबकि वित्त वर्ष 23 में यह 41,672.6 करोड़ रुपये था।
हिंदुजा समूह की इस प्रमुख भारतीय कंपनी ने वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में 14.1 प्रतिशत का रिकॉर्ड एबिटा (1,592 करोड़ रुपये) भी दर्ज किया जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 11 प्रतिशत (1,276 करोड़ रुपये) रहा था। इन नतीजों को सभी कारोबारी क्षेत्रों के योगदान से शानदार प्रदर्शन का समर्थन मिला।
मध्य एवं भारी वाणिज्यिक वाहन बस श्रेणी में अशोक लीलैंड 5.8 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी के साथ बाजार की अगुआ के रूप में उभरी है।
अशोक लीलैंड के चेयरमैन धीरज हिंदुजा ने कहा, ‘भारतीय अर्थव्यवस्था में अपेक्षित मजबूत वृद्धि के कारण लघु से मध्य अवधि में हम अपने उद्योग की संभावनाओं के बारे में आशावादी हैं। हमें विश्वास है कि हम अलग तरह के वाहन उतारकर और सर्वोत्तम श्रेणी की ग्राहक संतुष्टि प्रदान करके साल-दर-साल स्थायी और लाभदायक विकास बनाए रखेंगे।’ बीएस