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एशिया की सबसे बड़ी Rated-4 डेटा सेंटर ऑपरेटर IPO लाने की तैयारी में, चेन्नई में करेगी ₹9,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश

कंपनी का बोर्ड IPO लाने की योजना भी बना रहा है। अगर ऐसा हुआ तो CtrlS भारत में इस सेक्टर की पहली लिस्टेड कंपनी बन जाएगी।

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शाइन जेकब   
Last Updated- February 25, 2025 | 9:28 PM IST

एशिया की सबसे बड़ी Rated-4 डेटा सेंटर ऑपरेटर CtrlS Datacenters Ltd आने वाले दो से पांच सालों में चेन्नई के अपने डेटा सेंटर पार्क में 5,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करने की योजना बना रही है। इसके बाद कंपनी की कुल क्षमता लगभग 75 मेगावाट (MW) तक पहुंच जाएगी। यह निवेश पहले से निर्धारित 4,000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त होगा, जो Data Centre 1 (DC1) के लिए रखा गया है।

इसके अलावा, कंपनी चेन्नई में एक और हाई कैपेसिटी वाले प्रोजेक्ट के लिए नई जमीन की तलाश कर रही है। यह शहर कंपनी की 2 बिलियन डॉलर (लगभग 16,500 करोड़ रुपये) की निवेश योजना का एक प्रमुख हिस्सा है, जिसका उद्देश्य अपनी कैपेसिटी को 250 MW से बढ़ाकर 1 गीगावाट से अधिक करना है।

साथ ही कंपनी का बोर्ड IPO लाने की योजना भी बना रहा है। अगर ऐसा हुआ तो CtrlS भारत में इस सेक्टर की पहली लिस्टेड कंपनी बन जाएगी। मंगलवार को चेन्नई में DC1 के पहले चरण का उद्घाटन किया गया। DC1 में डायरेक्ट इनवेस्टमेंट के रूप में लगभग 4,000 करोड़ रुपये और इनडायरेक्ट इनवेस्टमेंट के रूप में लगभग 50,000 करोड़ रुपये का निवेश होने की उम्मीद है। इस प्रोजेक्ट से 500 प्रत्यक्ष नौकरियां और 9,000 अप्रत्यक्ष नौकरियां आएंगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

DC2 के साथ कुल क्षमता 75 MW तक पहुंचेगी

CtrlS Datacenters के चेयरमैन श्रीधर पिन्नापुरेड्डी ने कहा, “हमारे पास यहां दो बिल्डिंग्स हैं – DC1 और Data Centre 2 (DC2)। इसमें से DC1 में तीन चरणों में 4,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा, और हमने पहला चरण पूरा कर लिया है। DC2 का निवेश इससे भी बड़ा होगा, जो 5,000 करोड़ रुपये से अधिक हो सकता है, यह सर्विस ऑफरिंग्स पर निर्भर करेगा।”

उन्होंने आगे कहा, “DC2 एक फुल-सर्विस बिल्डिंग होगी, जहां हम अलग-अलग प्रकार की वर्टिकली इंटीग्रेटेड सेवाएं देंगे। DC2 के शुरू होने के बाद हमारी कुल क्षमता 75 MW हो जाएगी। यह एक फुल-सर्विस डेटा सेंटर होगा और इस पर होने वाला निवेश अगले दो से पांच सालों में पूरा होगा। हम चेन्नई में ही एक बड़ा कैंपस विकसित करने की योजना बना रहे हैं।”

चेन्नई के बढ़ते डेटा सेंटर हब में CtrlS का योगदान

अंबत्तूर इंडस्ट्रियल एस्टेट में स्थित चेन्नई डेटा सेंटर पार्क को ग्लोबल स्टैंडर्ड के लिहाज से तैयार किया गया है। यह भारत की स्थिति को एक अग्रणी डेटा हब के रूप में और मजबूत करेगा।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने सेंटर का उद्घाटन करते हुए कहा, “मुझे CtrlS के चेन्नई डेटा सेंटर पार्क का उद्घाटन करते हुए खुशी हो रही है। यह अत्याधुनिक सुविधा तमिलनाडु को एक वैश्विक टेक्नोलॉजी हब के रूप में मजबूत बनाती है। हमारी रणनीतिक क्षमताएं और प्रगतिशील नीतियां CtrlS जैसी कंपनियों को आकर्षित कर रही हैं। मैं इस उपलब्धि के लिए CtrlS टीम को बधाई देता हूं।”

इस लॉन्च के साथ ही चेन्नई की तकनीकी और कनेक्टिविटी हब के रूप में बढ़ती स्थिति को और बल मिला है। तमिलनाडु के मजबूत औद्योगिक ढांचे, विश्वसनीय बिजली आपूर्ति और उत्कृष्ट वैश्विक कनेक्टिविटी के कारण यहां डिजिटल निवेश तेजी से बढ़ रहा है।

उद्योग के अनुमानों के अनुसार, चेन्नई की डेटा सेंटर क्षमता 2026 तक दोगुनी हो सकती है। 2026 तक चल रहे प्रोजेक्ट्स के माध्यम से 2.6 मिलियन वर्ग फीट (134 MW) और 2027-28 तक 2.5 मिलियन वर्ग फीट (130 MW) की अतिरिक्त क्षमता जोड़ी जाएगी। जून 2024 तक चेन्नई की परिचालित (ऑपरेशनल) डेटा सेंटर क्षमता 108 MW थी।

भूकंप और बाढ़ से सुरक्षित इंफ्रास्ट्रक्चर

इस डेटा सेंटर पार्क की प्रमुख विशेषताओं में दो डेटा सेंटर बिल्डिंग शामिल हैं, जिनकी कुल IT लोड क्षमता 72 MW है। यह सुविधा 7.5 रिक्टर स्केल तक के भूकंप को झेलने में सक्षम है और बाढ़ से सुरक्षित है। यह समुद्र तल से 14 मीटर ऊंचाई पर स्थित है, और इसमें अतिरिक्त 2.2 मीटर का कैंपस एलिवेशन दिया गया है।

पिन्नापुरेड्डी ने यह भी कहा कि कंपनी एज (Edge) डेटा सेंटर पर बड़ा दांव लगा रही है और 22 ऐसे सेंटर विकसित करने की योजना बना रही है।

फुल कैपेसिटी तक पहुंचने पर यह सुविधा प्रत्यक्ष रूप से लगभग 200 करोड़ रुपये का जीएसटी राजस्व और अप्रत्यक्ष रूप से 3,000 करोड़ रुपये का वार्षिक जीएसटी राजस्व उत्पन्न कर सकती है। इसके अलावा, तमिलनाडु की बिजली क्षेत्र को अनुमानित रूप से 800 करोड़ रुपये की वार्षिक बिजली आय प्राप्त होगी, जिससे राज्य की वित्तीय स्थिति और सतत औद्योगिक विकास को बल मिलेगा।

इस डेटा सेंटर पार्क में 230kV का समर्पित गैस-इंसुलेटेड सबस्टेशन (GIS) है, जिसकी कुल क्षमता 120 MW है, जिससे निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होती है। यहां नौ-स्तरीय (नाइन-जोन) सुरक्षा प्रणाली, चार फाइबर एंट्री पाथ और क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर्स से डायरेक्ट, हाई-बैंडविड्थ लिंक जैसी सुविधाएं मौजूद हैं। यह CtrlS की डेटा सुरक्षा और कनेक्टिविटी में उत्कृष्टता की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

 

First Published : February 25, 2025 | 9:27 PM IST