भारी उद्योग मंत्रालय से बजाज ऑटो को अपने इलेक्ट्रिक वाहनों के सभी 15 मॉडलों के लिए घरेलू मूल्य संवर्धन (डीवीए) प्रमाणपत्र मिल गए हैं। इस तरह वह वाहन क्षेत्र की पहली ऐसी मूल उपकरण विनिर्माता (ओईएम) बन गई है जिसके पास डीवीए प्रमाण पत्र है।
21 अगस्त, 2024 तक मंत्रालय टाटा मोटर्स, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (एमऐंडएम), ओला इलेक्ट्रिक, टीवीएस मोटर कंपनी, आयशर मोटर्स और बजाज ऑटो सहित छह कंपनियों की ओर से पेश 74 मॉडलों में से 50 को मंजूरी दे चुका है। शेष आवेदनों की समीक्षा की जा रही है।
उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत प्रोत्साहन राशि पाने के लिए डीवीए प्रमाण-पत्र महत्वपूर्ण है। इसका लाभ उठाने का दावा करने के लिए कंपनियों को अपने वाहनों में 50 प्रतिशत या उससे अधिक देश में निर्मित पुर्जों का इस्तेमाल करना आवश्यक है।
अलबत्ता चिंता की बात यह है कि हालांकि ऑटो ओईएम (इलेक्ट्रिक दोपहिया, तिपहिया, चार पहिया और नॉन ऑटो ओईएम सहित) के लिए पीएलआई योजना में 20 कंपनियां पात्र हैं, लेकिन उनमें से 14 ने डीवीए प्रमाण-पत्र के लिए आवेदन नहीं किया है।
इससे संकेत मिलता है कि शायद उनके पोर्टफोलियो में कोई योग्य मॉडल नहीं है। इसमें मौजूद नहीं रहने वाली बड़ी कंपनियों में सुजूकी मोटर्स, अशोक लीलैंड, फोर्ड इंडिया, ह्युंडै मोटर इंडिया, किया इंडिया, पीसीए ऑटोमोबाइल्स इंडिया और पिनेकल मोबिलिटी सॉल्यूशंस शामिल हैं।
दोपहिया श्रेणी में हीरो मोटोकॉर्प, जो विडा इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचती है और पियाजियो व्हीकल्स ने भी कोई आवेदन जमा नहीं किया है। नॉन ऑटो ओईएम क्षेत्र की छह में से पांच पात्र कंपनियों (ओला को छोड़कर) ने अभी तक आवेदन नहीं किया है।
अलबत्ता बजाज को चेतक ब्लू मॉडलों और संस्करणों के तहत 10 इलेक्ट्रिक स्कूटरों के साथ-साथ पांच इलेक्ट्रिक तिपहिया के लिए डीवीए मंजूरी मिल गई है। ओला को अपने पांच वाहनों में से चार के लिए मंजूरी मिली है, जिसमें ओला एस1 प्रो, ओला एस1 एयर तथा ओला एस1 एक्स के दो मॉडल शामिल हैं।
इनकी क्षमता तीन किलोवाट प्रति घंटा और चार किलोवॉट प्रति घंटा और है। टीवीएस को पांच में से दो आवेदनों के लिए मंजूरी मिल गई है। ये हैं टीवीएस आईक्यूब एस और टीवीएस आईक्यूब स्मार्टएक्सनेक्ट। आयशर का एक आवेदन अब भी लंबित है।
कार विनिर्माताओं में टाटा मोटर्स को उन 27 वाहनों में से 15 के लिए मंजूरी मिल गई है, जिनके लिए उसने आवेदन किया था। इनमें इलेक्ट्रिक टाटा टियागो, टाटा टिगोर, टाटा ऐस और उनके मॉडलों के साथ-साथ टाटा स्टारबस और टाटा अल्ट्रा अर्बन इलेक्ट्रिक बसें शामिल हैं। एमऐंडएम को 23 मॉडलों में से 16 के लिए मंजूरी मिली है। ये सभी इलेक्ट्रिक तिपहिया वाहन हैं।