कंपनियां

यूनिटी स्मॉल फाइनैंस बैंक में हिस्सा बेचेगी BharatPe, 80 करोड़ डॉलर जुटाने की योजना

लाइसेंस जरूरतों के अनुसार भारतपे को इस स्मॉल फाइनैंस बैंक के संचालन से 8 वर्षों के भीतर अपनी हिस्सेदारी घटाकर 10 फीसदी करना आवश्यक है।

Published by
अजिंक्या कवाले   
सुब्रत पांडा   
Last Updated- January 03, 2025 | 10:42 PM IST

भारतपे की मूल कंपनी रेजिलिएंट इनोवेशन रकम जुटाने के लिए यूनिटी स्मॉल फाइनैंस बैंक में अपनी 49 फीसदी हिस्सेदारी में से 25 फीसदी तक हिस्सेदारी बेचने के लिए निवेशकों की तलाश कर रही है। मामले से अवगत सूत्रों ने बताया कि इसके जरिये 80 करोड़ डॉलर जुटाने की योजना है। सूत्रों ने बताया कि यह कदम नियामकीय जरूरतों को पूरा करने के लिए उठाया जा रहा है। नियामकीय अनुपालन सुनि​श्चित करने के लिए कंपनी को यूनिटी स्मॉल फाइनैंस बैंक में 2029 तक अपनी हिस्सेदारी को घटाकर सालाना 10 फीसदी करना आवश्यक है।

लाइसेंस जरूरतों के अनुसार भारतपे को इस स्मॉल फाइनैंस बैंक के संचालन से 8 वर्षों के भीतर अपनी हिस्सेदारी घटाकर 10 फीसदी करना आवश्यक है। खबरों के अनुसार, प्रमुख फिनटेक कंपनी ने इस स्मॉल फाइनैंस बैंक में हिस्सेदारी बेचने के लिए खरीदार ढूंढने को रॉशचाइल्ड ऐंड कंपनी को नियुक्त किया है।

सूत्रों ने बताया कि हिस्सेदारी बिक्री के बाद भी भारतपे इस स्मॉल फाइनैंस बैंक के साथ अपना सहयोग जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि यह पहल केवल नियामकीय जरूरतों को पूरा करने के लिए की जा रही है। यूनिटी स्मॉल फाइनैंस बैंक का प्रवर्तक सेंट्रम फाइनैंशियल सर्विसेज है और फिनटेक भारतपे की मूल कंपनी रेजिलिएंट इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड (आरआईपीएल) उसकी प्रमुख निवेशक है। नवंबर 2021 में भारतीय रिजर्व बैंक ने सेंट्रम फाइनैंशियल सर्विसेज को स्मॉल फाइनैंस बैंक का लाइसेंस दिया था।

सेंट्रम फाइनैंशियल सर्विसेज और सेंट्रम माइक्रोक्रेडिट के तहत आने वाले सेंट्रम समूह के ऋण कारोबार को एक व्यापार हस्तांतरण समझौते के जरिये यूनिटी स्मॉल फाइनैंस बैंक में स्थानांतरित किया गया। वित्त मंत्रालय ने जनवरी 2022 में यूनिटी स्मॉल फाइनैंस बैंक के साथ पूर्ववर्ती पीएमसी बैंक के विलय का प्रस्ताव रखा था। उसके बाद अप्रैल 2022 में यूनिटी स्मॉल फाइनैंस बैंक को अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक का दर्जा दिया गया।

स्मॉल फाइनैंस बैंक को कारोबार शुरू करने के 5 साल बाद रिजर्व बैंक की जरूरतों को पूरा करते हुए सूचीबद्ध होना अनिवार्य है। मगर बैंकिंग नियामक ने यूनिटी स्मॉल फाइनैंस बैंक को सूचीबद्ध होने के लिए अतिरिक्त समय दिया था। यूनिटी स्मॉल फाइनैंस बैंक ने 1 नवंबर, 2021 को अपना परिचालन शुरू किया। सूत्रों ने कहा कि भारतपे इस बैंक को सूचीबद्ध होने से पहले अपनी एक बड़ी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है। यूनिटी स्मॉल फाइनैंस बैंक एक डिजिटल फर्स्ट बैंक है जो साझेदारी वाले कारोबारी मॉडल और ओपन आर्किटेक्चर पर आधारित है।

यूनिटी स्मॉल फाइनैंस बैंक का मुनाफा सितंबर 2024 तिमाही में 36 फीसदी बढ़कर 187 करोड़ रुपये हो गया। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसने 138 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था।

तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 640 करोड़ रुपये हो गई जो एक साल पहले की समान तिमाही में 361 करोड़ रुपये थी। वित्त वर्ष 2024 में इसकी शुद्ध ब्याज आय 232 करोड़ रुपये से बढ़कर 320 करोड़ रुपये हो गई।

भारतपे की स्थापना 2018 में हुई थी और वह भुगतान एवं वित्तीय सेवाएं प्रदान करती है। उसके प्रमुख निवेशकों में टाइगर ग्लोबल, ड्रैगनियर इन्वेस्टमेंट ग्रुप, स्टेडफास्ट कैपिटल, कोटू मैनेजमेंट, रिबिट कैपिटल, इनसाइट पार्टनर्स, स्टेडव्यू कैपिटल, बीनेक्स्ट, एम्प्लो और सिकोया कैपिटल (अब पीक 15 पार्टनर्स) शामिल हैं।

First Published : January 3, 2025 | 10:42 PM IST