दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनी भारती एयरटेल यूरोप इंडिया गेटवे (ईआईजी) केबल प्रणाली की भागीदार बनेगी।
भारती ईआईजी तैयार करने वाली 15 वैश्विक दूरसंचार कंपनियों के कंसोर्टियम का हिस्सा बनने वाली एकमात्र भारतीय सेवा प्रदाता कंपनी होगी। इस परियोजना पर तकरीबन 2,800 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
ईआईजी भारत से ब्रिटेन तक तैयार की जाने वाली पहली सीधी, हाई-बैंडविड्थ ऑप्टिकल-फाइबर सबमैरीन केबल प्रणाली है और इसकी क्षमता में विस्तार कर इसे भारत से मध्य पूर्व और यूरोप को जोड़े जाने की संभावना है। 15,000 किलोमीटर लंबी यह केबल प्रणाली तीन महाद्वीपों के 13 देशों को जोड़ेगी और 2010 की दूसरी तिमाही तक इसका व्यावसायिक इस्तेमाल शुरू हो जाने की संभावना है।
क्षेत्र में मौजूदा हाई बैंडविड्थ केबल प्रणालियों के पूरक होने के अलावा ईआईजी केबल प्रणाली ब्रॉडबैंड कारोबार के लिए जरूरी विविधता मुहैया कराएगी जो फिलहाल यूरोप से भारत के बीच पारंपरिक मार्गों पर निर्भर है। अपनी विशाल बैंडविड्थ और उच्च गुणवत्ता वाली पारेषण तकनीकी के साथ ईआईजी केबल प्रणाली कुछ क्षेत्रों के बीच दूरसंचार कारोबार में वर्तमान और भविष्य में विकास में मददगार साबित होगी।
भारती एयरटेल के अध्यक्ष (एंटरप्राइज सर्विसेज) डेविड निशबाल ने कहा, ‘डेटा और ब्रॉडबैंड एप्लीकेशन के इस्तेमाल में आश्चर्यजनक रूप से बढ़ोतरी हुई है और भारत भी इससे अछूता नहीं है। इंटरनेट की अंतर्राष्ट्रीय कनेक्टिविटी हमारे जीवन का एक प्रमुख अंग होगा। एक प्रमुख दूरसंचार प्रदाता के रूप में हम इस मांग को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और अपने ग्राहकों के लिए विश्वस्त और वैश्विक नेटवर्किंग सॉल्युशन मुहैया करा रहे हैं।’
ईआईजी केबल कंसोर्टियम के अन्य सदस्यों में एटीऐंडटी, बीटी, सीऐंडडब्ल्यू, जिबूती टेलीकॉम, डू, गिबटेलीकॉम, आईएएम, लिब्यन टेलीकॉम, एमटीएन गु्रप लिमिटेड, ओमानटेल, पीटी कम्युनिकेशन-एसए, सऊदी टेलीकॉम कंपनी, टेलीकॉम मिस्र आदि हैं।