भारत की दूसरी सबसे ज्यादा कार बेचने वाली साउथ कोरिया की कंपनी ह्युंडै मोटर (Hyundai Motor Co) ने बुधवार को बड़ा ऐलान किया है। कंपनी ने कहा कि इसकी भारतीय यूनिट महाराष्ट्र के तालेगांव में बने जनरल मोटर्स (General Motors) के प्लांट को खरीदने जा रही है।
तमिलनाडु में चेन्नई शहर के बाहर अपनी श्रीपेरंबुदूर फैसिलिटी और अब तालेगांव प्लांट के माध्यम से, Hyundai का लक्ष्य अपने कुल प्रोडक्शन को हर साल दस लाख यूनिट तक बढ़ाना है। कंपनी ने पिछले साल भारत में 552,511 वाहन बेचे। जनरल मोटर्स इंडिया के तालेगांव कारखाने की मौजूदा प्रोडक्शन कैपासिटी 1.3 लाख यूनिट सालाना है।
Hyundai ने अपने एक बयान में कहा, ‘समझौता पूरा होने के बाद Hyundai का बाजार में रणनीतिक लक्ष्य हासिल करने के लिये सालाना उत्पादन क्षमता बढ़ाने की योजना है।’
Hyundai Motor India ने कहा, ‘HMIL ने इस वर्ष की पहली छमाही में अपनी उत्पादन क्षमता 7.5 लाख इकाई से बढ़ाकर 8.2 लाख इकाई कर ली है। तालेगांव प्लांट की क्षमता वृद्धि HMIL के लिये प्रति वर्ष लगभग 10 लाख इकाई उत्पादन का लक्ष्य हासिल करने का आधार तैयार करेगी।’
कितने रुपये में Hyundai खरीद रही जनरल मोटर्स का प्लांट?
हालांकि बुधवार के अपने ऐलान में कारमेकर कंपनी Hyundai ने इस बात के बारे में कोई जानकारी नहीं दी कि यह कितने रुपये में खरीदारी कर रही है।
जनरल मोटर्स क्यों बेच रही अपना प्लांट ?
यह सौदे के बाद अमेरिकी अमेरिकी वाहन निर्माता जनरल मोटर्स का भारत में कोई बिजनेस नहीं रह जाएगा यानी Hyundai के प्लांट खरीदने के बाद जनरल मोटर्स को भारत से बाहर निकलने की अनुमति मिल जाएगी।
वर्षों की घटती बिक्री के बाद जनरल मोटर्स ने 2017 में देश में कारों की बिक्री बंद कर दी थी, लेकिन बाजार से इसकी पूरी तरह से बाहर निकलने में काफी रुकावटों का सामना करना पड़ा। इन रुकावटों में प्लांट में काम कर रहे वर्कर्स के साथ कानूनी झगड़े और प्लांट के लिए खरीदार न ढूंढ पाना शामिल है।
चीन की कंपनी के साथ नहीं हो पाई डील
2019 में, जनरल मोटर्स ने प्लांट को चीन की ग्रेट वॉल मोटर (Great Wall Motor) को बेचने पर सहमति व्यक्त की, लेकिन भारत सरकार द्वारा बीजिंग से निवेश की बढ़ती जांच के बीच कंपनियों द्वारा रेगुलेटरी अप्रूवल मिलने में काफी मुश्किल आ रही थी जिसकी वजह से यह डील नहीं हो पाई।
मार्च में हुआ था सौदा
Hyundai के प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) उन्सु किम ने बयान में कहा ने कहा, ‘हमारी महाराष्ट्र के तालेगांव में ‘मेड-इन-इंडिया’ कारों के लिये एक अत्याधुनिक कारखाना बनाने की योजना है। हमारा मैन्युफैक्चरिंग वर्क 2025 में महाराष्ट्र के तालेगांव में शुरू होने वाला है।’
उन्होंने कहा कि इस साल की शुरुआत में कंपनी ने क्षमता विस्तार और इलेक्ट्रिक वाहन परिवेश स्थापित करने के लिये 20,000 करोड़ रुपये के निवेश को लेकर समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए थे।