जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी बायोकॉन को भी विदेशी मुद्रा में वायदा अनुबंधों की मार इस बार झेलनी पड़ी है।
इसमें हुए घाटे की वजह से कंपनी के जून तिमाही के शुद्ध लाभ में पहली बार 72 फीसद की कमी आई। कंपनी का मुनाफा महज 15 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में उसे 53 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।
वित्त वर्ष की इस पहली तिमाही में बायोकॉन की कुल आय में भी खास इजाफा नहीं हुआ। पिछले वर्ष के मुकाबले इस दौरान उसकी कुल आय केवल 2 फीसद बढ़कर 267.50 करोड़ रुपये ही हो सकी। हालांकि उसके कारोबार की मात्रा तो बढ़ी, लेकिन वैश्विक मुकाबले के चलते आय में बढ़ोतरी नहीं हो सकी।
बायोकॉन की चेयरमैन और प्रबंध निदेशक किरण मजूमदार शॉ ने कहा, ‘पहली तिमाही में हमारे प्रदर्शन पर रुपये के उतार चढ़ाव का भी अच्छा खासा असर हुआ। इसकी वजह से हम पर 26 करोड़ रुपये का फर्क पड़ा। वैसे हम सावधान हैं और हमारे कारोबार की बुनियाद बेहद मजबूत है।