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Apple watch पहनने वालों के लिए अलर्ट, बैंड में हानिकारक केमिकल्स होने का दावा; मुकदमा दर्ज

Apple Watch controversy: PFAS केमिकल्स को उनकी प्रकृति के कारण "फॉरएवर केमिकल्स" कहा जाता है, क्योंकि ये न तो आसानी से पर्यावरण में खत्म होते हैं और न ही इंसानी शरीर से।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- January 27, 2025 | 8:54 AM IST

टेक दिग्गज ऐपल (Apple) पर एक नए मुकदमे में गंभीर आरोप लगाए गए हैं। दावा किया गया है कि Apple की “Ocean,” “Nike Sport,” और “Sport” वॉच बैंड्स में खतरनाक केमिकल परफ्लुओरोआल्किल और पॉलीफ्लुओरोआल्किल सब्स्टेंस (PFAS) पाए गए हैं, जिन्हें “फॉरएवर केमिकल्स” कहा जाता है। रिपोर्ट के मुताबिक, इन केमिकल्स का संबंध गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं जैसे कैंसर से है।

PFAS केमिकल्स को उनकी प्रकृति के कारण “फॉरएवर केमिकल्स” कहा जाता है, क्योंकि ये न तो आसानी से पर्यावरण में खत्म होते हैं और न ही इंसानी शरीर से।

इन खतरनाककेमिकल्स को जन्म दोष, प्रोस्टेट, किडनी और टेस्टिकुलर कैंसर के अलावा प्रजनन समस्याओं से जोड़ा गया है। यह मुकदमा एक अध्ययन के आधार पर दायर किया गया है, जिसमें विभिन्न कंपनियों के 22 वॉच बैंड्स का टेस्ट किया गया था। इस जांच में पाया गया कि 15 बैंड्स में PFAS केमिकल्स मौजूद थे।

Apple की वॉच बैंड्स से जुड़े इन आरोपों ने कंपनी को मुश्किल में डाल दिया है।

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Apple ने किया था झूठा दावा?

टेक दिग्गज कंपनी ने लंबे समय से दावा किया है कि उसकी वॉच स्ट्रैप्स फ्लोरोएलेस्टोमर नामक सिंथेटिक रबर से बनी होती हैं, जिसमें फ्लोरीन तो होता है लेकिन हानिकारक PFAS केमिकल्स नहीं होते। कंपनी का कहना है कि फ्लोरोएलेस्टोमर सुरक्षित है और इसे स्वास्थ्य मानकों को ध्यान में रखते हुए अच्छी तरह से टेस्ट किया गया है।

हालांकि, एक मुकदमे में इन दावों को चुनौती दी गई है। आरोप लगाया गया है कि Apple ने यह तथ्य छुपाया है कि उसकी फ्लोरोएलेस्टोमर-बेस्ड स्ट्रैप्स में PFAS मौजूद हैं। इसके अलावा, अन्य सामग्रियां भी इस्तेमाल की गई हैं, जो स्वास्थ्य के लिए जोखिम पैदा कर सकती हैं।
Apple Watch बैंड पर सवाल

Apple Watch के बैंड्स को हेल्थ ट्रैकिंग के लिए प्रमोट किया जाता है। ये बैंड्स यूजर्स की हार्ट रेट, कदमों की गिनती और सोने के पैटर्न को ट्रैक करते हैं।
लेकिन एक नए केस में ये दावा किया गया है कि जो प्रोडक्ट सेहत सुधारने का वादा करता है, वही यूजर्स को नुकसानदायक केमिकल्स के संपर्क में ला सकता है।

इस केस ने Apple के हेल्थ से जुड़े दावों और उनके प्रोडक्ट्स में छिपे खतरों के बीच के विरोधाभास को सामने रखा है। यह वही Apple Watch है जिसे कंपनी स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले डिवाइस के रूप में पेश करती है।

हालांकि, DailyMail.com को दिए बयान में Apple ने कहा, “Apple Watch bands पूरी तरह से सुरक्षित हैं।” कंपनी ने यह भी बताया कि वह न केवल अपने स्तर पर बल्कि स्वतंत्र लैब्स के जरिए भी अपने प्रोडक्ट्स और उनकी सामग्री की जांच करवाती है।

लेकिन याचिकाकर्ताओं का आरोप है कि Apple ने ग्राहकों को यह जानकारी नहीं दी कि उनके कुछ प्रोडक्ट्स में PFAS मौजूद हैं। याचिका में कहा गया है, “Apple ने अपनी वॉच में PFAS की मौजूदगी को खरीदारी के समय और अन्य जगहों पर छिपाया।”

याचिका में यह भी कहा गया है कि Apple बेहतर मैन्युफैक्चरिंग विकल्पों का इस्तेमाल करके इन खतरों से बच सकता था। लेकिन ऐसा नहीं किया गया और इसके बावजूद स्वास्थ्य, कल्याण और स्थिरता के दावे किए गए, जो उपभोक्ता संरक्षण कानूनों के तहत ‘अवैध, अनुचित और धोखाधड़ी’ हैं।

First Published : January 27, 2025 | 7:03 AM IST