कोस्टा कॉफी के लिए कॉफी बीन भूनने का काम ब्रिटेन की व्हाइटब्रेड कंपनी की सहायक कंपनी बेंगलुरु में कर सकती है।
जैसा कि कोस्टा कॉफी देशभर के अपने आउटलेटों के लिए कॉफी बीन भूनाने के लिए बेंगलुरु के बयार्स समूह से बात कर रही है। अगर यह सौदा हो जाता है तो रोस्टरी जल्द ही भारत में कॉफी शृंखला के लिए बीन्स भूनना शुरू कर देगी। फिल्हाल भारतीय कॉफी के शैकीनों के लिए कंपनी अपनी लंदन की रोस्टरी से कॉफी बीन्स मंगवाती है।
कोस्टा इंडिया की विस्तार योजना के बारे में कोस्टा कॉफी (भारत) के कंट्री हेड पॉल रॉबिनसन का कहना है कि भारत में 30 प्रतिशत से अधिक के सालाना दर से विकास कर रहे कॉफी बाजार के साथ कोस्टा कॉफी की अगले तीन से चार वर्षो में 300 और कोस्टा कॉफी आउटलेट खोलने की योजना है। चंडीगढ़ में जल्द ही बनने वाले आईटी पार्क में एक स्टोर के साथ इस वित्त वर्ष में कंपनी शहर में 5 से 7 स्टोर खोलने की योजना भी बना रही है।
पंचकुला में कोस्टा कॉफी स्टोर खोलने की घोषणा के मौके पर पॉल ने कहा कि कंपनी का उद्देश्य पंजाब, हरियाणा और हिमाचल में 15 से 20 और स्टोर खोलने की है जो अंबाला, चंडीगढ़, पटियाला, करनाल, जालंधर और शिमला में खोले जाएंगे। कंट्री हेड ने आउटलेटों की विस्तार योजना में देवयानी इंटरनेशनल लिमिटेड, जो कोस्टा कॉफी के लिए भारत में विशेष प्रमुख फै्रंचाइजी है (रवि जयपुरिया कंपनी का हिस्सा) की ओर से 150 करोड़ रुपये निवेश किए जाएंगे।
इस वित्त वर्ष के अंत तक कोस्टा कॉफी भारत में 80 से 100 स्टोर खोलने के बारे में सोच रही है। पॉल का कहना है कि कंपनी ऐयरपोर्ट जैसी जगहों पर भी अपने स्टोर खोलने के बारे में सोच रही है, बाद में वह होटलों, अस्पतालों के साथ गठजोड़ कर वहां भी स्टोर खोल सकती है।
उनका कहना है कि भारत, रूस, और चीन कोस्टा कॉफी के लिए महत्वपूर्ण बाजार हैं और कोस्टा इंटरनैशनल दूसरे देशों जैसे कि तुर्की, सिंगापुर और कुद एशियाई देशों से भी वहां कॉफी बीन भूनने जैसे काम के बारे में बातचीत कर रही है। फिलवक्त दुनियाभर में मौजूद अपने 1000 स्टोरों को बढ़ाकर 2010 तक 200 करने पर भी कोस्टा इंटरनैशनल विचार कर रही है।