डालमिया भारत लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अपने शेयरधारकों को ₹5 प्रति शेयर का डिविडेंड देने की सिफारिश की है। यह डिविडेंड कंपनी के ₹2 फेस वैल्यू वाले शेयर पर 250% बनता है। हालांकि यह डिविडेंड शेयरधारकों की मंजूरी के लिए कंपनी की अगली सालाना आम बैठक (AGM) में रखा जाएगा। AGM की तारीख और डिविडेंड भुगतान की सही तारीख कंपनी बाद में बताएगी। डिविडेंड का भुगतान बैंक ट्रांसफर या डिमांड ड्राफ्ट के ज़रिए किया जाएगा।
डालमिया भारत ने मार्च 2025 में खत्म हुई चौथी तिमाही के नतीजे पेश किए। इस तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 38.1% बढ़कर ₹435 करोड़ रहा, जो पिछले साल इसी तिमाही में ₹315 करोड़ था। हालांकि, कंपनी की कुल आमदनी इस दौरान ₹4307 करोड़ से घटकर ₹4091 करोड़ हो गई, जो सालाना आधार पर लगभग 5% की गिरावट है।
कंपनी का EBITDA इस तिमाही में ₹793 करोड़ रहा, जो पिछले साल ₹654 करोड़ था। इसमें 21.3% की सालाना बढ़ोतरी दर्ज की गई। EBITDA मार्जिन भी 15.2% से बढ़कर 19.4% हो गया, यानी 420 बेसिस प्वाइंट का सुधार देखने को मिला।
कंपनी के MD और CEO पुनीत डालमिया ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था वैश्विक चुनौतियों के बीच भी मजबूती से आगे बढ़ रही है। सरकार द्वारा पूंजी खर्च बढ़ाने और लोगों की आय में सुधार की वजह से आने वाले समय में सीमेंट की मांग में इज़ाफा होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि कंपनी ने 49.5 मिलियन टन उत्पादन क्षमता का लक्ष्य हासिल कर लिया है और अब नए फेज़ में 6 मिलियन टन की अतिरिक्त क्षमता के साथ वेस्ट इंडिया में विस्तार शुरू कर दिया है।
डालमिया भारत के CFO धर्मेंद्र तुटेजा ने बताया कि इस तिमाही में सीमेंट वॉल्यूम्स में 3% की गिरावट आई है, जो मुख्य रूप से जेपी टोलिंग वॉल्यूम्स के बंद होने के कारण हुई। लेकिन इसके बावजूद कंपनी की बिक्री की गुणवत्ता बेहतर रही क्योंकि ट्रेड सेल्स और प्रीमियम प्रोडक्ट्स की हिस्सेदारी में बढ़ोतरी देखने को मिली। उन्होंने यह भी कहा कि कमजोर कीमतों के चलते रेवेन्यू घटा है, लेकिन कंपनी की लागत नियंत्रण की नीति के कारण EBITDA में बढ़िया सुधार हुआ।
कंपनी ने असम के लंका और बिहार के रोहतास में कुल 2.9 मिलियन टन की नई उत्पादन क्षमता चालू की है, जिससे अब कंपनी की कुल स्थापित क्षमता 49.5 मिलियन टन हो गई है। इसके अलावा कंपनी ने कर्नाटक के बेलगांव में 3.6 मिलियन टन क्लिंकर यूनिट और 3 मिलियन टन ग्राइंडिंग यूनिट लगाने की योजना पर ₹3,520 करोड़ निवेश का ऐलान किया है। साथ ही पुणे में एक नई 3 मिलियन टन की ग्रीनफील्ड यूनिट भी स्थापित की जाएगी।
ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में भी कंपनी ने बड़ी पहल की है। असम के लंका में 2.2 मेगावॉट का सोलर प्लांट चालू किया गया है और ग्रुप कैप्टिव मॉडल में 13 मेगावॉट और जोड़े गए हैं। अब कंपनी की कुल रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता 267 मेगावॉट हो गई है, जिसे FY26 तक 595 मेगावॉट तक पहुंचाने का लक्ष्य है।
23 अप्रैल को डालमिया भारत का शेयर बीएसई पर ₹1893.50 पर बंद हुआ, जो पिछले दिन के ₹1902.45 से 0.47% नीचे था। बाजार में हल्की गिरावट के बावजूद कंपनी के नतीजों ने निवेशकों का भरोसा बनाए रखा है।