नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने एअर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर बेड़े की सुरक्षा जांच बढ़ाने का शुक्रवार को आदेश दिया। यह आदेश अहमदाबाद में एक विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से उसमें सवार 241 लोगों की मौत होने के एक दिन बाद दिया गया है। विमानन नियामक ने विस्तृत निरीक्षण के तहत टाटा ग्रुप (Tata Group) के स्वामित्व वाली विमानन कंपनी एअर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान की विभिन्न प्रणालियों की जांच और ‘टेक-ऑफ’ (उड़ान भरने संबंधी) मापदंडों की समीक्षा की जाएगी। एअर इंडिया के बेड़े में 26 बोइंग 787-8 और सात बोइंग 787-9 विमान हैं।
DGCA ने एअर इंडिया को जीईएनएक्स इंजन से लैस अपने बोइंग 787-8 और 787-9 विमानों पर अतिरिक्त रखरखाव कार्रवाई करने का तत्काल प्रभाव से निर्देश दिया है। ये कार्रवाई DGCA के संबंधित क्षेत्रीय कार्यालयों के समन्वय से की जाएंगी। DGCA द्वारा जारी दिशा-निर्देश में निम्नलिखित जांच उपायों को लागू करने को कहा गया है:
1. अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से पहले एक बार की जांच (15 जून 2025 से 00:00 बजे से प्रभावी):
2. सभी ट्रांजिट चेक में फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम की जांच को शामिल करना अनिवार्य होगा, अगले आदेश तक।
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3. पावर एश्योरेंस चेक अगले दो सप्ताह के भीतर अनिवार्य रूप से पूरे किए जाएं।
4. पिछले 15 दिनों में बोइंग 787-8 और 787-9 विमानों की मेंटेनेंस लॉग में दर्ज बार-बार सामने आने वाली तकनीकी समस्याओं की समीक्षा कर उनका समाधान सुनिश्चित किया जाए।
इन जांचों की रिपोर्ट समीक्षा के लिए विनियामक को प्रस्तुत की जानी चाहिए।
अहमदाबाद से लंदन जा रहा एअर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान गुरुवार दोपहर उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में सवार 242 लोगों में से केवल एक व्यक्ति जीवित बचा।
(एजेंसी इनपुट के साथ)