सिंपलीफ्लाई डेक्कन इंटरनेशनल लंबी उड़ान भरने वाली है। कंपनी जल्द ही इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) की सदस्य बन जाएगी।
यह मुकाम हासिल करने वाली वह पहली सस्ती भारतीय एयरलाइन होगी।कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि कंपनी इस वर्ष 1 जून को आईएटीए की सदस्यता हासिल कर लेगी। आईएटीए की सदस्यता मिलने से डेक्कन की अंतरराष्ट्रीय संचालन योजनाओं के साथ-साथ महत्वपूर्ण विस्तार योजना के तहत टिकट बिक्री से इसके राजस्व में भी वृद्धि होगी।
सिंपलीफ्लाई डेक्कन के एक अधिकारी ने कहा, ‘इस सदस्यता से हमें अपने अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को विस्तृत करने के लिए अंतरराष्ट्रीय आईएटीए एयरलाइनों के साथ एक साझा मंच मिलेगा। उदाहरण के लिए लुफ्थांसा के साथ ऐसे समझौते के जरिये लोग लुफ्थांसा के काउंटर पर डेक्कन का टिकट खरीदने में सक्षम होंगे।’इसी तरह किंगफिशर एयरलाइन के साथ ऐसे समझौतों से कंपनी की स्थिति मजबूत होगी।
विमानन कंपनी इस वर्ष अगस्त से पश्चिम एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया में अंतरराष्ट्रीय संचालन शुरू करने जा रही है। इसके अलावा एयरलाइन के उपकरणों आदि का बेहतर प्रबंधन होगा और टिकट बिक्री से इसके राजस्व में भी अच्छा खासा इजाफा होगा।
अकबर ट्रैवल्स ऑनलाइन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय केशवन ने कहा, ‘डेक्कन यह सदस्यता हासिल करने के बाद आईएटीए की बिलिंग ऐंड सेटलमेंट प्लान (बीएसपी) का हिस्सा बन जाएगी जिसके जरिये एयरलाइन से जुड़े ट्रैवल एजेंटों को अलग से क्रेडिट अकाउंट रखने की जरूरत नहीं होगी। इसके अलावा एयरलाइन को आईएटीए की बैंक गारंटी भी हासिल होगी।’अकबर ट्रैवल्स ऑनलाइन प्रति महीने डेक्कन के 6 से 8 करोड़ टिकटों की बिक्री करती है।
ट्रैवल पोर्टल मेकमाइट्रिप.कॉम के सीओओ केयूर जोशी ने कहा, ‘अपने ट्रैवल एजेंटों के नेटवर्क में विस्तार के जरिये डेक्कन की ऑफलाइन बिक्री को बढ़ावा मिलेगा। कुल मिला कर इसका असर राजस्व में इजाफे की शक्ल में सामने आएगा। इसके टिकटों की बिक्री से राजस्व में लगभग 10-15 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी होगी।’स्पाइसजेट जैसी अन्य सस्ती विमानन कंपनियां भी आईएटीए सदस्यता हासिल करने की संभावना तलाश रही हैं। स्पाइसजेट जल्द ही इसके लिए आवेदन भी कर सकती है।