डिश टीवी के एक प्रमुख अधिकारी ने कहा कि प्रवर्तकों और शेयरधारकों के बीच चल रहे विवाद से कंपनी के परिचालन पर कोई असर नहीं पड़ रहा है, क्योंकि शेयरधारक सामूहिक रूप से बोर्ड के पुनर्गठन की मांग कर रहे हैं।
मुंबई में कंटेंट इंडिया समिट 2025 के अवसर पर डिश टीवी के मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) मनोज डोभाल ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘किसी भी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।’
उन्होंने कहा, ‘हमारा काम है कि हम परिचालन के लिहाज से जो कुछ भी बना सकते हैं, उसे बनाएं और हम उसी पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। मुझे लगता है कि समस्याएं तीन से चार साल से भी ज्यादा समय से हैं और अब तक इसका हम पर कोई असर नहीं पड़ा है। वास्तव में, जितना मैं जानता हूं, उससे पता चलता है कि हर दिन चीजें बेहतर हो रही हैं।’
उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि विवाद का भविष्य में कंपनी पर कोई असर पड़ेगा। बीएसई के अनुसार, दिसंबर 2024 तक डिश टीवी के सार्वजनिक शेयरधारकों के पास सामूहिक रूप से 95.96 प्रतिशत शेयर हैं, जबकि प्रमोटर समूह, एस्सेल ग्रुप के पास 4.04 प्रतिशत शेयर हैं।
डिश टीवी की विस्तार योजनाओं के बारे में डोभाल ने कहा कि कंपनी वित्त वर्ष 2026 में राजस्व स्रोत पैदा करने के लिए कई पहलों पर ध्यान दे रही है।