रेकिट बेंकिसर (इंडिया) ने दावा किया है कि लाइफब्वॉय स्किन गार्ड साबुन के टेलीविजन विज्ञापन पर छिड़े कानूनी विवाद में उसे अदालत से जीत मिली है।
कंपनी का दावा था कि इस विज्ञापन में हिंदुस्तान यूनिलीवर ने उसके डेटॉल साबुन को खराब बताया है। इसके बाद मामला अदालत तक पहुंच गया था। कंपनी का आरोप था कि हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) ने अपने विज्ञापन में लाइफब्वॉय स्किन गार्ड साबुन की तुलना किसी आम साबुन से की है। उसके मुताबिक इस नए विज्ञापन में एचयूएल ने जानबूझकर आम साबुन की जगह डेटॉल साबुन को दिखाया है।
रेकिट बेंकिसर इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक चंद्र मोहन सेठी ने बताया कि दिल्ली उच्च न्यायालय में इस मामले में उन्हें जीत मिली है। उन्होंने कहा, ‘अदालत ने हिंदुस्तान यूनिलीवर को विवादित विज्ञापन का किसी भी तरह का प्रसारण या प्रकाशन करने से रोक दिया है। इसके अलावा रेकिट बेंकिसर की ओर से पेश किए गए तथ्यों को दबाने वाली हिंदुस्तान यूनिलीवर की याचिका को भी अदालत ने गलत बताते हुए खारिज कर दिया।’
अदालत ने एचयूएल पर 5,00000 रुपये का जुर्माना भी ठोका है, जो रेकिट बेंकिसर को दिया जाएगा। इसके अलावा अदालत ने एचयूएल को अदालती कार्रवाई में आया खर्च भी रेकिट बेंकिसर को देने का आदेश दिया है। लेकिन इस बारे में पूछे जाने पर एचयूएल के प्रवक्ता ने कहा, ‘हम अभी आदेश की प्रतीक्षा कर रहे हैं और उसके सामने आने तक हम कुछ भी नहीं कह सकते।’
डेटॉल रेकिट बेंकिसर इंडिया का जाना माना ब्रांड है, जिसमें ऐंटीसेप्टिक लिक्विड, साबुन और शेविंग क्रीम आते हैं। साबुन के बाजार में एचयूएल का लाइफब्वाय ब्रांड डेटॉल का प्रतिस्पर्द्धी है। इससे पहले इसी साल के शुरुआती महीनों में दिल्ली उच्च न्यायालय ने रेकिट बेंकिसर की ऐसी ही याचिका खारिज कर दी थी।