डीएलएफ होटल व्यवसाय में

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 05, 2022 | 5:17 PM IST

अगर रियल एस्टेट में मंदी के दौर की बात कही जा रही है, तो इस क्षेत्र की नामी कंपनी डीएलएफ लिमिटेड के पास दूसरे रास्ते भी हैं। कंपनी ने अब होटल व्यवसाय में कदम रखने का फैसला किया है।


डीलएलएफ अगले 5 से 7 साल में 125 होटलों का निर्माण करेगी।?इस महत्वाकांक्षी परियोजना में तकरीबन 20,000 करोड़ रुपये लगाए जाएंगे।डीएलएफ के उपाध्यक्ष राजीव सिंह ने कंपनी की योजनाओं के बारे में तफसील से बातचीत की। उन्होंने बताया कि कंपनी लगभग 25,000 कमरे बनाने की तैयारी कर रही है। इनमें 4,000 कमरे पहले तीन साल में ही बना लिए जाएंगे।


विश्व यात्रा एवं पर्यटन परिषद के मुताबिक अगले एक दशक के  दौरान यात्रा एवं पर्यटन पर खर्च एवं निवेश में सालाना 9.4 फीसदी की  दर से इजाफा होगा। अमेरिकी संगठन हॉग रॉबिंसन गु्रप पीएलसी को इस मामले में भारत में बहुत संभावनाएं दिख रही हैं। उसने पिछले महीने कहा था कि एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले भारत को इस समय होटलों के कम से कम 100,000 कमरों की जरूरत है। फिलहाल यहां हर साल 10 से 15 हजार कमरे तैयार हो रहे हैं।


सिंह ने कहा कि मौजूदा समय में होटल के  कमरों की बढ़ती मांग के कारण इस क्षेत्र में असीम अवसर मौजूद हैं। डीएलएफ ने 75 संपत्तियों को विकसित करने के उद्देश्य से दूसरी सबसे बड़ी अमेरिकी लॉजिंग कंपनी हिल्टन होटल्स कॉर्प के साथ एक संयुक्त उपक्रम स्थापित किया है। कंपनी ने पिछले साल नवंबर में अमन रिजॉट्र्स ग्रुप को खरीदा था। अमन समूह इस वर्ष नई दिल्ली में  एक होटल खोलेगा।


कंपनी ने गुड़गांव में लक्जरी संपत्ति के लिए पिछले साल अगस्त में ही फोर सीजन्स होटल्स इंक. के साथ एक समझौता किया था। क्रिसिल के मुताबिक भारत के 12 बड़े शहरों में अगले पांच वर्षों में पंचतारा लक्जरी कमरों की संख्या बढ़कर 58,000 हो जाएगी। फिलहाल यह आंकड़ा केवल 27,500 है। क्रिसिल का कहना है कि 31 मार्च 2012 तक एक रात के लिए लक्जरी कमरों का किराया बढ़ कर 11,700 रुपये प्रति रात्रि हो जाएगा।

First Published : March 29, 2008 | 12:38 AM IST