गुजरात की इंजीनियरिंग कंपनी एलकॉन इंजीनियरिंग अपनी अंतर्राष्ट्रीय पहचान कायम करने के लिए यूरोपीय कंपनी के साथ अधिग्रहण की बातचीत कर रही है।
एलकॉन मैटेरियल हैंडलिंग इक्विपमेंट्स (एमएचई) और गियर बॉक्स का निर्माण करती है। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) में सूचीबद्ध 1200 करोड़ रुपये की पूंजी वाली यह कंपनी अपने एमएचई और गियर बॉक्स खंड का विस्तार कर इसे वैश्विक बाजार तक पहुंचाने की संभावना तलाश रही है।
एलकॉन पश्चिम यूरोपीय क्षेत्र में एक कंपनी के साथ बातचीत कर रही है। एलकॉन इंजीनियरिंग के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक प्रयास्विन पटेल ने कहा, ‘हम एक ऐसी कंपनी के अधिग्रहण की संभावना तलाश रहे हैं जो हमारे बाजार पूंजी का तकरीबन 60-70 प्रतिशत (840 करोड़ रुपये) होगी। इस संबंध में बातचीत आरंभिक चरण में है।’
कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि एलकॉन बातचीत के निर्णायक चरण में पहुंचने से पहले तकरीबन 3-4 महीने की समय-सीमा की संभावना तलाश रही है। कंपनी भारत से बाहर अपनी उपस्थिति बढ़ाना चाहती है। प्रस्तावित यूरोपीय कंपनी के अधिग्रहण से एलकॉन को भारत से बाहर एक स्थापित नेटवर्क हासिल हो जाएगा। एलकॉन इंजीनियरिंग स्टैकर, रीक्लैमर, एलीवेटर, चेन कन्वेयर, शिपलोडर, क्राउलर और रेल ट्रिपर, गियर बॉक्स समेत अन्य उत्पाद बनाती है।
वैसे एलकॉन ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि यह यूरोपीय कंपनी इसके एमएचई खंड से जुड़ी होगी या गियर बॉक्स खंड से। पिछले वित्तीय वर्ष में एलकॉन के 437 करोड़ रुपये के कुल राजस्व में 50 फीसदी से अधिक का योगदान इसके एमएचई सेगमेंट का था। वित्तीय वर्ष 2007-08 में कंपनी का कुल कारोबार 826 करोड़ रुपये रहा। 1300 करोड़ रुपये से अधिक के पिछले ऑर्डरों की बदौलत कंपनी ने इस वित्तीय वर्ष के दौरान 1100 करोड़ रुपये से अधिक के कारोबार का लक्ष्य निर्धारित किया है।
कंपनी को अगले तीन वर्षों में अपनी वाइंड मिल निर्माण इकाई के जरिये बिक्री से 400 करोड़ रुपये तक प्राप्त होने की उम्मीद है जो पिछले वर्ष की तुलना में 18 करोड़ रुपये अधिक है। कंपनी इस वर्ष के अंत तक तकरीबन 30 मेगावाट क्षमता जोड़े जाने की संभावना तलाश रही है। कंपनी देश के विभिन्न इलाकों में अपनी गतिविधियों को अंजाम देगी।
कंपनी ने इस वर्ष 182 करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की है। इस राशि से गुजरात के वल्लभ विद्यानगर में इसकी निर्माण इकाई की क्षमता बढ़ाई जाएगी। कंपनी विंड मिल गियर बॉक्स संयंत्र के क्षमता विस्तार पर तकरीबन 100 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।