जीई शिपिंग का चौथी तिमाही में शुध्द मुनाफा 299 करोड़ रुपये

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 06, 2022 | 9:01 PM IST

जीई शिपिंग का 31 मार्च 2008 को समाप्त हुई चौथी तिमाही में शुध्द लाभ 299.41 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में कंपनी का शुध्द मुनाफा 240.92 करोड़ रुपये थी।


समीक्षाधीन अवधि में कंपनी की कुल आय पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 592.67 करोड़ रुपये से बढ़कर 783.38 करोड़ रुपये हो गई। 31 मार्च को समाप्त हुए वित्त वर्ष में कंपनी का शुध्द लाभ 1,356.81 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष में 883.31 करोड़ था। इस वित्त वर्ष में कंपनी की कुल आय 3,203.51 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले वित्त वर्ष में कंपनी की कुल आय 2,251.11 करोड़ रुपये थी।


कुटॉन्स का शुध्द लाभ 36 करोड़ रुपये रहा


कुटॉन्स रिटेल इंडिया का 31 मार्च, 2008 को समाप्त हुई चौथी तिमाही में 36 करोड़ रुपये का शुध्द लाभ अर्जित किया है, जबकि इस दौरान कंपनी की कुल बिक्री 371.30 करोड़ रुपये की रही।


वर्ष 2007-08 के वित्तीय नतीजों की तुलना इससे पूर्व वित्त वर्ष के नतीजों से नहीं की जानी चाहिए, क्योंकि उस समय कंपनी शेयर बाजार में सूचीबध्द नहीं थी। 31 मार्च, 2008 को समाप्त हुए वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का शुध्द लाभ सौ फीसदी बढ़कर 69.08 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पूर्व वित्त वर्ष के दौरान कंपनी ने 34.49 करोड़ रुपये का शुध्द लाभ कमाया था।


भारती शिपयार्ड का लाभ 6.18 प्रतिशत बढ़ा


भारती शिपयार्ड का 31 मार्च 2008 को समाप्त हुई चौथी तिमाही में शुध्द लाभ 6.18 प्रतिशत बढ़कर 32.65 करोड़ रुपये हो गया। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में कंपनी का शुध्द लाभ 30.75 करोड़ रुपये था। समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी का कुल कारोबार पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 127.41 करोड़ रुपये से 44.62 प्रतिशत बढ़कर 184.25 करोड़ रुपये हो गया।


कंपनी की ओर से जारी विज्ञप्ति में बतायाग गया कि 31 मार्च 2008 को समाप्त हुए वित्त वर्ष में कंपनी का शुध्द लाभ 44.67 प्रतिशत बढ़कर 107.33 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का शुध्द लाभ 73.75 करोड़ रुपये था। इस वित्त वर्ष में कंपनी की शुध्द बिक्री 77.5 प्रतिशत बढ़कर 640.9 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष में 360.11 करोड़ रुपये थी।


टीटीआई का चौथी तिमाही का मुनाफा 52 प्रतिशत घटा


टयूब इन्वेस्टमेंट ऑफ इंडिया (टीआईआई) का एकल आधार पर 31 मार्च 2008 को समाप्त हुई चौथी तिमाही में कर अदायगी के बाद मुनाफा 52 प्रतिशत घटकर 19.41 करोड़ रुपये से 9.14 करोड़ रुपये हो गया।


कंपनी का कर अदायगी से पहले मुनाफा 31.29 करोड़ रुपये से 47 फीसदी घटकर 16.56 करोड़ रुपये हो गया। जबकि कंपनी की शुध्द बिक्री 11 प्रतिशत बढ़कर 435.09 करोड़ रुपये से 486.86 करोड़ रुपये हो गई। कंपनी का कुल राजस्व चौथी तिमाही के दौरान 10 प्रतिशत बढ़कर 441.18 करोड़ रुपये से 489.63 करोड़ रुपये हो गया।


यूनाइटेड फॉस्फोरस का शुध्द मुनाफा 281 करोड़ रुपये


एग्रोकेमिकल कंपनी यूनाइटेड फॉस्फोरस का 31 मार्च, 2008 को समाप्त वर्ष में उसका शुध्द मुनाफा मामूली सा घटकर 281.07 करोड़ रुपये रहा जो पूर्व वित्त वर्ष में 282.08 करोड़ रुपये था।


कंपनी ने बम्बई स्टॉक एक्सचेंज को दी जानकारी में बताया कि 31 मार्च को समाप्त हुए वर्ष में उसकी कुल आय बढ़कर 3,761.70 करोड़ रुपये हो गई जो पूर्व वित्त वर्ष में 2,470.94 करोड़ रुपये थी। कंपनी के निदेशक मंडल ने दो रुपये अंकित मूल्य वाले शेयर पर दो रुपये का लाभांश देने की घोषणा की है।


एकल आधार पर कंपनी का शुध्द मुनाफा वित्त वर्ष 2008 के लिए मामूली सा घटकर 91.91 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष में 107.04 करोड़ रुपये था। इस अवधि में कंपनी की कुल आय पिछले वित्त वर्ष मंप 1,1455.19 करोड़ रुपये के मुकाबले बढ़कर 1,644.68 करोड़ रुपये हो गई।


आईटीआई का कारोबार 1,233.67 करोड़ रुपये


टेलीफोन बनाने वाली इंडियन टेलीफोन इंडस्ट्रीज का 31 मार्च, 2008 को समाप्त हुए वित्त वर्ष में 1,233.67 करोड़ रुपये का कारोबार रहा। आईटीआई की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि कार्यशील पूंजी की कमी के बावजूद कंपनी ने 31 मार्च, 2008 को समाप्त हुए वर्ष में 1,233.67 करोड़ रुपये का कारोबार अर्जित किया है।


जमना आटो ने किया 545. 03 करोड़ रूपए का कारोबार


वाणिज्यिक वाहनों के स्प्रिंग विनिर्माता जमना आटो इंडस्ट्रीज ने आज घोषणा की कि 31 मार्च को समाप्त तिमाही में 185. 57 रूपए का कुल संचई कारोबार होने की घोषणा की। कंपनी ने मार्च 2008 में समाप्त साल के दौरान 545. 03 करोड़ रूपए का कुल कारोबार दर्ज किया।


कंपनी ने एक बयान में कहा कि पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने हाल ही में जय पैराबोलिक स्प्रिंग्स लिमिटेड और मैप स्प्रिंग्स के जमना आटो के साथ विलय की मंजूरी दी है जो एक जुलाई 2007 से प्रभावी होगी। इसलिए इस साल के परिणाम की तुलना पिछले साल के आंकड़ों से नहीं की जा सकती।

First Published : May 3, 2008 | 12:35 AM IST