बुनियादी क्षेत्र की प्रमुख कंपनियां गैमन और डालमिया ने उत्तर प्रदेश राज्य चीनी निगम की खस्ताहाल मिलों को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है।
डालमिया समूह की झोली में पहले से ही उत्तर प्रदेश में सीतापुर जिले की रामगढ़ और जवाहरपुर चीनी मिल और शाहजहांपुर के निगोही में तीन चीनी मिलें हैं। गैमन और डालमिया के अलावा इरा, चङ्ढा और नोएडा की एक अन्य कंपनी यूफ्लेक्स ने भी राज्य चीनी निगम की मिलों को खरीदने की इच्छा जताई है।
चार जुलाई को उत्तर प्रदेश सरकार ने चीनी मिलों को खरीदने के लिए विभिन्न कंपनियों से अभिरुचि पत्र मंगवाए थे। अभिरुचि पत्र जमा करने की तारीख पूरी होने के बाद शुक्रवार को सरकार ने आवेदनों की जांच का काम शुरू किया। जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है।
हालांकि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों की ओर से बीमारू मिलों को खरीदने के लिए कोई खासी दिलचस्पी नहीं दिखाई गई है। सरकार को उम्मीद थी कि इस क्षेत्र की कंपनियां बोली में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगी। इसके पहले बजाज हिंदुस्तान और डालमिया समेत पांच कंपनियों ने इन इकाइयों को खरीदने के लिए अभिरुचि पत्र जमा कराए थे, पर चार जुलाई को सरकार ने आपत्ति जताते हुए इन्हें ठुकरा दिया था और नए नियमों और शर्तों पर फिर से अभिरुचि पत्र मंगवाए थे।
जिन कंपनियों ने बोलियां लगाई थीं उनमें से कुछ कंपनियों के खिलाफ रिकवरी सर्टीफिकेट जारी किए गए थे और उनकी बोलियों में कुछ और गड़बड़ियां भी पाई गई थीं। पर इस बार शर्त थी कि वेही कंपनियां मिलों के लिए बोली लगा सकती हैं जिनकी कुल पूंजी कम से कम 600 करोड़ रुपये और कारोबार 500 करोड़ रुपये का हो।