गुजरात सरकार की ओर से अतिरिक्त शुल्क से वाहन क्षेत्र की दिग्गज कंपनी जनरल मोटर्स के हलोल संयंत्र बड़े पैमाने पर प्रभावित हो रहा है।
गुजरात में अपना पहला कार निर्माण संयंत्र बनाने वाली जनरल मोटर्स को रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस (आरटीओ) की ओर से लागू अतिरिक्त शुल्क के विरोध में ट्रेलरों के आंदोलन का सामना करना पड़ रहा है।
वाहन कंपनी ने इस मुद्दे को राज्य सरकार के समक्ष भी उठाया है। जीएम कारों को इसके संयंत्र से लाने ले जाने वाले ट्रेलर विभिन्न जगहों पर फंसे हुए हैं। इन ट्रेलरों को अतिरिक्त खर्च और पूरे देश में वाहनों की डिलीवरी नहीं होने की वजह से घाटे का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी को आशंका है कि ऐसी समस्याएं राज्य में उसके हलोल संयंत्र के कामकाज पर विराम लगा सकती हैं।
कंपनी को हर साल तकरीबन 400 ट्रेलरों की सेवा लेती है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मुख्यमंत्री के समक्ष एक ज्ञापन भेज कर ट्रेलरों पर ऐसे अतिरिक्त शुल्क को जल्द से जल्द समाप्त किए जाने का अनुरोध किया है। कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि गुजरात ऐसा एकमात्र राज्य है जहां कंपनी को इस तरह की मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। अन्य राज्यों में इस तरह का शुल्क लागू नहीं है।