भारतीय दूरसंचार कंपनियों के मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में अधिक कमाई और शुध्द लाभ की उम्मीद है।
पिछले तीन महीनों में ढाई करोड़ से 2 करोड़ 70 लाख नए उपभोक्ताओं को देखते हुए इस इजाफे का आकलन किया जा रहा है। औसतन राजस्व प्रति उपभोक्ता यानी हर ग्राहक से मिलने वाला राजस्व बढ़ गया है और इसके तिमाही में लगभग 280 रुपये होने की उम्मीद है।
विश्लेषकों के अनुमानों के अनुसार भारती एयरटेल पिछले वर्ष की पहली तिमाही में 5,905 करोड़ रुपये के मुकाबले इस बार लगभग 42.25 प्रतिशत इजाफे के साथ 8,400 करोड़ रुपये राजस्व में बढ़ोतरी दर्ज करा सकती है। आरकॉम 34.75 प्रतिशत वृध्दि के साथ 5,800 करोड़ रुपये (पिछले वर्ष की समान तिमाही में 4,304 करोड़ रुपये) और आइडिया सेल्युलर 35.40 प्रतिशत वृध्दि के साथ 2 हजार करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज करा सकती है।
फ्रॉस्ट ऐंड सुलिवान में सूचना संचार प्रौद्योगिकी कारोबार के प्रधान सलाहकार (दक्षिण एशिया और पश्चिम एशिया) सौरभ कौशल का कहना है, ‘दूरसंचार क्षेत्र इस तिमाही में जबरदस्त वृध्दि दर्ज करने वाला है, क्योंकि इस तिमाही में हर महीने लगभग 80 से 90 लाख नए उपभोक्ता जुड़े हैं। नए उपभोक्ता लगभग पिछली कुछ तिमाहियों से लगातार जुड़ रहे हैं।’ उद्योग जगत के लिए अच्छी बात यह है कि नए उपभोक्ताओं में हुए इजाफे के साथ-साथ औसतन राजस्व प्रति उपभोक्ता भी प्रति माह बढ़कर 280 रुपये के स्तर पर पहुंच सकता है।
उन्होंने कहा कि औसतन राजस्व प्रति उपभोक्ता दिसंबर तिमाही में 261 रुपये और मार्च तिमाही में 264 रुपये प्रति माह था। शुध्द लाभ के मामले में भारती एयरटेल के मुनाफे में 32.27 प्रतिशत इजाफे की उम्मीद है जो लगभग 2 हजार करोड़ रुपये हो सकता है और आरकॉम के 22.85 प्रतिशत इजाफे के साथ शुध्द मुनाफा 1,500 करोड़ रुपये हो सकता है। हालांकि, आइडिया सेल्युलर के शुध्द मुनाफे में मामूली सी गिरावट देखी जा सकती है।
कंपनी का शुध्द मुनाफा पिछले वर्ष की जून तिमाही में 309 करोड़ रुपये और अब इस बार 305 करोड़ रुपये हो सकता है, जिसके पीछे पहली तिमाही के विदेशी मुद्रा में कुछ लाभ कमाना भी रहा। रेलिगेयर सिक्योरिटीज ने इस तिमाही के लिए अपने अनुमानों में बताया है कि वित्त वर्ष 2009 की पहली तिमाही के लिए भारतीय दूरसंचार क्षेत्र राजस्व में तेज वृध्दि दर्ज करेंगी, जिसके पीछे वायरलेस नए उपभोक्ताओं की संख्या में जबरदस्त इजाफा कारण है। हमें उम्मीद है कि वायलेस ऑपरेटर्स में 2.53 करोड़ नए उपभोक्ता शामिल होंगे और कुल उपभोक्ताओं की संख्या 27.6 करोड़ हो जाएगी।
उद्योग जगत में नए सर्किल लॉन्च और मौजूदा सर्किलों में विस्तार के साथ क्षमता विस्तार चल रहा है, जिससे प्रतिस्पर्धा में कमी आएगी और नई कंपनियों के आने से पहले ही वे नए बाजार में दबदबा कायम कर लेंगी। उन्होंने कहा कि हमें मुनाफे में वृध्दि बिक्री में वृध्दि के मुकाबले कम होने की उम्मीद है। इसकी वजह अधिक ब्याज दर और क्षमता विस्तार में लगे हुए पैसे से रुपये की कीमत कम होना माना जा रहा है।
प्रमुख निजी क्षेत्र की कंपनियां जैसे भारती एयरटेल और आदित्य बिड़ला समूह जीएसएम कंपनी आडिया सेल्युलर 24 जुलाई तक अपने पहली तिमाही के नतीजे घोषित कर सकती हैं, जबकि अनिल अंबानी समूह की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशन 31 जुलाई को अपने नतीजे घोषित करेगी।