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विकसित भारत बनने के लिए भारत को विनिर्माण पर जोर देने की जरूरतः वोल्वो ग्रुप इंडिया एमडी

बाली ने कहा, ‘‘एक के बाद एक सरकारों और विभिन्न नेताओं ने कोशिश की है लेकिन इसकी सुई बहुत आगे नहीं बढ़ी है। इसलिए, इसमें बदलाव होना चाहिए।’’

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भाषा   
Last Updated- October 16, 2024 | 6:35 AM IST

वोल्वो ग्रुप इंडिया के प्रबंध निदेशक और अध्यक्ष कमल बाली ने मंगलवार को विनिर्माण क्षेत्र को विकसित भारत के लक्ष्य के लिए ‘कमजोर कड़ी’ बताते हुए कहा कि इस लक्ष्य को पाने के लिए देश को जीडीपी में विनिर्माण का योगदान बढ़ाकर 25 प्रतिशत करने की जरूरत है।

बाली ने भारतीय गुणवत्ता प्रबंधन फाउंडेशन की तरफ से आयोजित एक संगोष्ठी में कहा कि देश को गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करके अपने पड़ोसी से अन्य भौगोलिक क्षेत्रों में तीन लाख करोड़ डॉलर के विनिर्माण अवसर को भुनाने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा, “अगर हमें विकसित भारत बनना है तो स्पष्ट तौर पर विनिर्माण को पूरी क्षमता से काम करना होगा। फिलहाल विनिर्माण क्षेत्र हमारी कमजोर कड़ी है।” उन्होंने कहा कि पिछले 20-25 वर्षों से विनिर्माण क्षेत्र भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 15-16 प्रतिशत स्तर पर बना हुआ है।

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बाली ने कहा, ‘‘एक के बाद एक सरकारों और विभिन्न नेताओं ने कोशिश की है लेकिन इसकी सुई बहुत आगे नहीं बढ़ी है। इसलिए, इसमें बदलाव होना चाहिए।’’ उन्होंने जर्मनी, दक्षिण कोरिया और चीन जैसे देशों का उदाहरण देते हुए कहा, ‘‘इनमें से अधिकांश देश 40 से 50 वर्षों से विनिर्माण के माध्यम से आगे बढ़ रहे हैं। भारत भी इससे अलग नहीं होगा। इसलिए विनिर्माण क्षेत्र को जीडीपी के 25 प्रतिशत तक बढ़ाना होगा।’’

हालांकि बाली ने स्वीकार किया कि यह एक बड़ा कदम होगा और यह एक तरह से चुनौती भी है। उन्होंने कहा, ‘‘इसके लिए, ब्रांड इंडिया की धारणा को बदलना होगा और यह धारणा केवल गुणवत्ता पर मानसिकता बदलने के साथ ही बदल सकती है।’’

First Published : October 16, 2024 | 6:35 AM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)