सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) ने नए क्षेत्रों में कदम बढ़ाने की योजना के तहत अपने गैस कारोबार और हरित हाइड्रोजन जैसी स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं के लिए एक नई सब्सिडियरी कंपनी बनाने का फैसला किया है।
ONGC ने शेयर बाजार को भेजी सूचना में कहा कि उसे गैस कारोबार एवं स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं के लिए एक नई सब्सिडियरी बनाने की पिछले महीने पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय से मंजूरी मिल गई थी। देश में तेल एवं गैस क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनी के निदेशक मंडल की मंगलवार को हुई बैठक में पूर्ण-स्वामित्व वाली इस सब्सिडियरी के गठन को स्वीकृति दे दी गई।
इस इकाई का नाम ‘ONGC ग्रीन लिमिटेड’ रखने का प्रस्ताव रखा गया है जिस पर कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की मंजूरी लेनी होगी। ONGC ने कहा कि नई सब्सिडियरी हरित हाइड्रोजन, हाइड्रोजन मिश्रण, नवीकरणीय ऊर्जा (सौर, पवन और हाइब्रिड), जैव ईंधन/ बायोगैस व्यवसाय और एलएनजी जैसे ऊर्जा कारोबारों की मूल्य-श्रृंखलाओं के लिए काम करेगी।
कंपनी ने अपनी कार्बन कटौती रणनीति के तहत 10 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता स्थापित करने और वर्ष 2035 तक 20 लाख टन हरित अमोनिया की वार्षिक उत्पादन क्षमता तैयार करने पर एक लाख करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाई है। ONGC ने फरवरी, 2021 में एलएनजी आयात और गैस व्यापार के लिए भी एक अलग इकाई का प्रस्ताव रखा था।