उद्योग

बड़ी सीमेंट फर्मों का वॉल्यूम बढ़ा और छोटी का कम रहा

दूसरी तिमाही में सीमेंट बिक्री में शीर्ष कंपनियों ने दर्ज की वृद्धि, छोटी कंपनियों का प्रदर्शन कमजोर

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अमृता पिल्लई   
Last Updated- November 01, 2024 | 10:23 PM IST

सितंबर-2024 में समाप्त तिमाही (दूसरी तिमाही) में सीमेंट बिक्री की मात्रा के प्रदर्शन ने शायद इस क्षेत्र में एकीकरण के असर को और मजबूत किया है तथा शीर्ष चार सीमेंट विनिर्माताओं में से तीन ने वृद्धि दर्ज की है, जबकि उद्योग का प्रदर्शन धीमा रहा और अपेक्षाकृत छोटी कंपनियों के लिए यह नकारात्मक रहा।

अल्ट्राटेक सीमेंट, डालमिया भारत (सीमेंट), अंबुजा सीमेंट्स, सागर सीमेंट्स, नुवोको विस्टास कॉर्प, जेके सीमेंट और हाइडलबर्ग सीमेंट कुछ ऐसी कंपनियां हैं, जिन्होंने अब तक दूसरी तिमाही में आंकड़ों की सूचना दी है।
इनमें से अल्ट्राटेक, डालमिया और अंबुजा सीमेंट्स केवल तीन ऐसी कंपनियां हैं, जिन्होंने एक साल पहले की तुलना में बिक्री में वृद्धि की दर्ज की है।

विश्लेषकों के साथ बातचीत में अल्ट्राटेक सीमेंट के मुख्य वित्तीय अधिकारी अतुल डागा ने कहा, ‘चुनाव से पहले की नरमी के बाद अप्रैल, जून में नरमी, चुनाव और फिर मॉनसून देश भर के उद्योग की मांग वृद्धि के कारणों के रूप में अनुमानित रूप से स्थिर से मामूली नकारात्मक है।

इसी तिमाही में अल्ट्राटेक ने एक साल पहले की तुलना में वॉल्यूम में तीन प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया है। डालमिया ने 8.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और अंबुजा सीमेंट्स ने भी वॉल्यूम में नौ प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। ये तीनों कंपनियां भारत की शीर्ष चार सीमेंट विनिर्माताओं में भी शामिल हैं। शीर्ष चार कंपनियों में शामिल श्री सीमेंट ने अभी तक आय के परिणामों की घोषणा नहीं की है।

अंबुजा सीमेंट्स ने अपनी निवेशक प्रस्तुति में कहा, ‘व्यापार बिक्री की अधिक मात्रा और प्रीमियम उत्पादों की वजह से मात्रा में वृद्धि हुई है। बिक्री की इस मात्रा बढ़ाने और प्राप्तियों में सुधार के लिए जमीनी स्तर पर कई पहल की गई हैं।’
शीर्ष चार की रैंकिंग से बाहर परिचालन करने वाली कंपनियों के मामले में उद्योग के स्तर पर अनुमानित नकारात्मक वृद्धि सामने आई है।

सागर सीमेंट, नुवोको विस्टास कॉर्प, जेके सीमेंट और हीडलबर्ग सीमेंट कुछ ऐसी कंपनियां हैं, जिन्होंने दूसरी तिमाही में वॉल्यूम में गिरावट दर्ज की है। जेके सीमेंट के शीर्ष अधिकारियों ने हाल ही में विश्लेषकों के साथ बातचीत में कहा, ‘चूंकि हमारा वॉल्यूम कम था, इसलिए हमने कुछ कम लाभकारी क्षेत्रों में बिक्री में कटौती की, जैसा कि हम सामान्य तौर पर कर सकते थे। इसलिए कुछ गैर-व्यापार वाले खंडों में कम पकड़ के क्षेत्रों में मात्रा में कुछ कटौती की गई क्योंकि हमारे पास पर्याप्त वॉल्यू उपलब्ध नहीं था, खास तौर पर दक्षिण में भी।’

First Published : November 1, 2024 | 10:23 PM IST