महंगाई के कारण पीवीआर सिनेमा फिल्म वितरण और निर्माण में अपनी विस्तार योजनाओं को टाल रहा है। पेश है, समूह के चेयरमैन अजय बिजली से सिध्दार्थ कलहंस की बातचीत।
महंगाई दर अभी तक के सबसे ऊंचे स्तर पर है और जरूरी चीजों के दाम भी। ऐसे में क्या आप आने वाले समय में मल्टीप्लेक्स में फिल्म देखने वालों की संख्या में कमी की उम्मीद कर रहे हैं?
मुझे उम्मीद है कि लोग अपना पैसा समझदारी से जरूरी चीजों पर ही खर्च करेंगे। और फिल्में देखना लोगों की एक जरूरत है। इसीलिए मुझे उम्मीद है कि लोग फिल्में देखने जरूर आएंगे। लोग लक्जरी चीजों की खरीद जरूर टाल सकते हैं लेकिन वे फिल्म जरूर देखेंगे। अभी तक महंगाई के कारण हमारे कारोबार पर तो कोई फर्क नहीं पड़ा है। मई -जून में आईपीएल के मैचों के कारण कारोबार पर फर्क पड़ा था।
अगर महंगाई का आपके कारोबार पर कोई फर्क नहीं पड़ा है तो फिर मल्टीप्लेक्स में सप्ताहांत और सप्ताह में लोग कम संख्या में आ रहे हैं। जबकि साल 2007 में हालत ऐसी नहीं थी?
मैं आपकी इस बात से सहमत हूं कि थियेटरों में दर्शकों की संख्या काफी कम देखने को मिल रही है। मैं इसकी वजह नई फिल्मों का रिलीज नहीं होना है। साल 2007 की तरह इस साल अभी तक कोई भी ऐसी फिल्म नहीं आई है जो दर्शकों को सिनेमाघरों तक आने के लिए मजबूर क रे। लेकिन आने वाले हफ्तों में बॉलीवुड-हॉलीवुड की अच्छी फिल्में रिलीज हो रही हैं, जिन्हें देखने लोग आएंगे।
क्या आपको लगता है कि टिकटों के दाम घटाने से ज्यादा लोग फिल्म देखने आएंगे?
देखिए, लोगों को सिनेमाघरों तक तो एक अच्छी फिल्म ही लेकर आती है। आपकी बात भी सही है और हम भी यह जानते है। इसीलिए हम उच्च श्रेणी (पीवीआर प्रीमियर) और कम कीमत वाले पीवीआर टॉकीज भी संचालित करते हैं। मुझे लगता है कि इस साल फिल्मों के टिकट के दाम नहीं बढ़ेंगे। पिछले साल टिकटों की कीमत में 12-15 फीसदी का इजाफा हुआ था। बल्कि इस साल तो कई नए सिनेमाघर शुरू होने वाले हैं, जिससे लोगों के पास फिल्म देखने के ज्यादा विकल्प मौजूद होंगे।
हाल ही में दिल्ली सरकार ने फिल्मों पर लगने वाले एंटरटेनमेंट टैक्स में दी जाने छूट को 20 फीसदी से बढ़ाकर 30 फीसदी कर दिया है। इसका फायदा क्या आपके ग्राहकों को भी मिलेगा?
इसका कुछ फायदा तो हम अपने ग्राहकों को देंगे ही। लेकिन हम टिकटों की कीमत नहीं बढ़ा रहे हैं यह बात भी हमारे ग्राहकों को राहत पहुंचाएगी। दूसरी तरफ इस वित्त वर्ष में किराया, वेतन जैसी हमारी लागत भी काफी बढ़ी है। लेकिन हम इन चीजों को ज्यादा मल्टीप्लेक्स और अच्छी सुविधा से संतुलित करने की कोशिश करेंगे।
इस वित्त वर्ष में हम पीवीआर से क्या उम्मीद कर सकते हैं?
इस साल हम अमेरिका और ब्रिटेन में अपना फिल्म वितरण का कारोबार भी शुरू करने वाले हैं। इसके अलावा हम अपनी स्क्रीन्स की संख्या में 40-50 स्क्रीन्स और जोड़ने वाले हैं। अगले महीने मुंबई में फिनिक्स मिल्स में हमारा बिग मल्टीप्लेक्स भी खुलने वाला है। फिल्म निर्माण क्षेत्र में भी हमारी अगले साल 6-8 फिल्में रीलीज होने वाली है।