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मस्क को खोजने होंगे राजस्व बढ़ाने के उपाय

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 7:06 PM IST

एलन मस्क ट्विटर के अधिग्रहण का सौदा करने के बाद खुश नजर आ रहे हैं। इसका पता उनके ट्वीट से चलता है। उन्होंने एक ट्वीट में इस माइक्रब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म की तुलना शहरों में बने डिजिटल चौक से की है, जहां मानवता के भविष्य के लिए जरूरी मुद्दों पर चर्चा की जाती है।
शायद मस्क भारत में केवल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ही नहीं बल्कि कंपनी के तौर पर भी कंपनी ट्विटर के भविष्य पर भी चर्चा करना चाहते होंगे। यूजर्स की संख्या के लिहाज से भारत ट्विटर का तीसरा सबसे बड़ा बाजार है।
भारत में ट्विटर की कॉरपोरेट मौजूदगी को समझने के लिए कुछ चीजों को जानना जरूरी है। यह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर कम्यूनिकेशंस इंडिया नाम की एक कंपनी के जरिये भारत में परिचालन करता है। भारत, आयरलैंड और अमेरिका में नियामकों को दी गईं सूचनाओं से पता चलता है कि ट्विटर इंक दुबई स्थित एक कंपनी ट्विटर इंटरनैशनल कंपनी के जरिये ट्विटर कम्यूनिकेशंस इंडिया की असल मालिक है। बिजनेस स्टैंडर्ड ने ट्विटर के बहुत से देशों के वित्तीय दस्तावेजों का अध्ययन किया है, जिससेे पता चलता है कि इसका कारोबारी मॉडल अजीब है। वर्ष 2019-20 में ट्विटर इंडिया को 86 करोड़ रुपये की आमदनी हुई, जो पिछले साल के 57 करोड़ रुपये से अधिक है। इसमें से 64 करोड़ रुपये ‘मार्केटिंग सपोर्ट’ से प्राप्त हुए हैं, जबकि 16 करोड़ रुपये की आमदनी ‘शोध एवं विकास’ से हुई है। भारत में ट्विटर के 1.8 करोड़ यूजर हैं। इसका मतलब है कि प्रत्येक उपयोगकर्ता से 33 रुपये या एक डॉलर के आधे से भी कम आमदनी हुई।
लेकिन शायद यह मस्क के लिए कोई बड़ा अचंभा नहीं हो। ट्विटर वैश्विक स्तर पर अपना ज्यादातर राजस्व सीधे अपने उपयोगकर्ताओं के बजाय विज्ञापन से कमाती है।
इस खबर में उठाए गए बिंदु पर स्पष्टीकरण के लिए बिज़नेस स्टैंडर्ड की तरफ से भेजे गए सवालों पर ट्विटर इंडिया ने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
भारत में ट्विटर का लगभग पूरा राजस्व इसकी सिंगापुर स्थित सहायक कंपनी- ट्विटर एशिया पैसिफिक से भुगतान के रूप में प्राप्त हुआ है। एक छोटा हिस्सा इसकी आयरलैंड स्थित होल्डिंग कंपनी और अमेरिका स्थित ट्विटर इंक से प्राप्त हुआ है। भारत में आमदनी महज कुछ लाख रुपये दिखाई गई है।
ट्विटर के सिंगापुर के वित्तीय ब्योरों से पता चलता है कि इसे वर्ष 2020 में उस समय की विनिमय दरों पर 70.4 करोड़ डॉलर यानी 5,300 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ था। इसने सिंगापुर में 14 लाख डॉलर का कर चुकाया, लेकिन भारत में कर अदायगी इसके आधे से भी कम रही। भारत में ट्विटर यूजर की संख्या सिंगापुर की कुल आबादी के पांच गुना हैं। ट्विटर का वैश्विक राजस्व 2021 में 37 फीसदी बढ़कर 5.08 अरब डॉलर रहा क्योंकि महामारी के दौरान ज्यादा लोगों ने यह प्लेटफॉर्म इस्तेमाल किया। इसका सबसे बड़ा बाजार अमेरिका है, जिसकी हिस्सेदारीे 2.8 अरब डॉलर है। जापान दूसरा सबसे बड़ा बाजार है, जिससे 67.5 करोड़ डॉलर की आदमनी प्राप्त हुई।
अक्टूबर 2021 में 136 देशों ने एक कर करार पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसका ट्विटर इंडिया पर असर पड़ सकता है। इस समझौते के ‘द्विस्तंभ’ समाधान के मुताबिक कंपनी के शेष लाभ (राजस्व के 10 फीसदी से अधिक लाभ) के 25 फीसदी पर आवश्यक रूप से उन जगहों पर कर लगेगा, जहां उसे कम से कम 10 लाख यूरो की आमदनी होती है। इन देशों के लिए यह राजस्व साझा करना अहम है मगर इस पर अभी काम जारी है। हालांकि समझौते में केवल वही कंपनियां आती हैं, जिनका सालाना टर्नओवर 20 अरब डॉलर से अधिक है।
ट्विटर का वैश्विक राजस्व अभी उसका करीब एक चौथाई ही है। कंपनी को 20 अरब डॉलर के आंकड़े पर पहुंचाने के लिए ट्विटर पर एडिट बटन शुरू करने की मंशा जताने वाले मस्क को ट्विटर कम्यूनिकेशंस इंडिया के लिए रीसेट बटन खोजना होगा।

First Published : May 10, 2022 | 11:26 PM IST