इंजीनियरिंग एवं निर्माण क्षेत्र की दिग्गज कंपनी लार्सन ऐंड टुब्रो (एलऐंडटी) ने 2008-09 की पहली तिमाही के दो महीनों में हाईटेक उपकरणों के लिए 1000 करोड़ रुपये से अधिक के ऑर्डर दर्ज किए हैं।
इसके प्रमुख स्थानीय ठेकों में अल्ट्रा मेगा पावर प्लांट (यूएमपीपी) के लिए कोस्टल गुजरात पावर लिमिटेड (सीजीपीएल) से मिला बड़ा ठेका भी शामिल है। सीजीपीएल टाटा पावर कंपनी लिमिटेड की सहयोगी कंपनी है। इसके अलावा कंपनी को एक और बड़ा ठेका रिएक्टरों के लिए एचपीसीएल मित्तल एनर्जी लिमिटेड, बठिंडा (एचएमईएल) से हासिल हुआ है।
सीजीपीएल ठेके में गुजरात के मुंद्रा में स्थापित होने वाली यूएमपीपी के लिए 800 मेगावाट की क्षमता वाली पांच इकाइयों के लिए सर्फेस कंडेंसर्स, फीड वाटर हीटर्स और डीयरेटर्स की आपूर्ति आदि शामिल है। इस 800 मेगावाट कॉन्फिगुरेशन के लिए अत्याधुनिक सुपरक्रिटिकल टेक्नोलॉजी से देश में स्थापित किया जाने वाला यह पहला अल्ट्रा मेगा विद्युत संयंत्र होगा।
एलऐंडटी इस यूएमपीपी के लिए उपकरणों की आपूर्ति करेगी। एचएमईएल ठेका बठिंडा में पंजाब रिफाइनरी प्रोजेक्ट के लिए 3 महत्वपूर्ण रिएक्टरों के निर्माण से जुड़ा हुआ है। प्रत्येक रिएक्टर का वजन तकरीबन 70 करोड़ टन होगा और इन्हें क्रोमियम, मोलिबडेनम और वेनाडियम मिश्रित स्टील से 165 एमएम तक की मोटाई की प्लेट के साथ तैयार किया जाएगा।
कंपनी के निर्यात ऑर्डरों में कुवैत की कुवैत नेशनल पेट्रोलियम कंपनी (कुवैत) के लिए कोक ड्रम्स की आपूर्ति, ब्राजील की पेट्रोलियो ब्रासीलिएरो से हाई प्रेशर हीट एक्सचेंजर्स, जर्मनी की यूएडीई से अमोनिया कन्वर्टर, थाईलैंड की की पीटीटी असाही केम कंपनी लिमिटेड से रिएक्टरों के लिए आपूर्ति प्रमुख रूप से शामिल हैं।
केएनपीसी ठेका केएनपीसी की ‘क्लीन फ्यूल प्रोजेक्ट 2020’ के लिए 4 कोक ड्रम्स की आपूर्ति से जुड़ा हुआ है। कंपनी के हेवी इंजीनियरिंग डिवीजन के बोर्ड सदस्य एवं वरिष्ठ कार्यकारी उपाध्यक्ष एमवी कोतवाल ने कहा, ‘हम गुजरात के हजीरा में अपने निर्माण संयंत्रों का विस्तार कर रहे हैं और बढ़ती मांग को ध्यान में रख कर ओमान में भी एक नई इकाई स्थापित कर रहे हैं।