मारुति सुजूकी इंडिया ने हरियाणा के मानेसर में अपने संयंत्र में एक नई असेंबली लाइन जोड़ी है। इससे कंपनी की कुल विनिर्माण क्षमता 22.5 लाख वाहन से बढ़कर 23.5 लाख वाहन हो गई है।
मारुति ने मंगलवार को बताया, ‘नई असेंबली लाइन में हर साल 1,00,000 वाहन बनाने की क्षमता है। ब्रेजा, अर्टिगा, एक्सएल6, वैगन आर, डिजायर, एस-प्रेसो, सियाज और सेलेरियो जैसे कई सबसे ज्यादा बिकने वाले वाहन इसी (मानेसर) संयंत्र में बनाए जाते हैं।’
देश की सबसे बड़ी कार विनिर्माता कंपनी के देश भर में तीन विनिर्माण संयंत्र हैं। हरियाणा में इसके गुरुग्राम संयंत्र की क्षमता 7,00,000 वाहन प्रति वर्ष है जबकि गुजरात का हंसलपुर संयंत्र सालाना 7,50,000 वाहनों का उत्पादन कर सकता है।
मानेसर संयंत्र की क्षमता अब 9,00,000 वाहन प्रति वर्ष हो गई है। मारुति सुजूकी इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी हिसाशी तेकुची ने कहा, ‘हमारा लक्ष्य अगले सात-आठ वर्षों में अपनी क्षमता करीब दोगुनी करके 40 लाख वाहन प्रति वर्ष करना है।