भारत में पिछले साल सबसे ज्यादा बिकने वाले उपभोक्ता सामान की सूची में मोबाइल फोन सबसे ऊपर रहा।
इसी वजह से इसे विज्ञापन का एक बड़ा जरिया माना जा रहा है।इस बारे में नोकिया इंडिया के प्रबंध निदेशक और उपाध्यक्ष डी शिवकुमार ने बताया कि भारत में साल 2010 तक 50 करोड़ मोबाइल उपभोक्ता हो जाऐंगे।
इनमें से लगभग 6 करोड़ लोगों के पास वीडियो, 10 करोड़ लोगों के पास म्युजिक, 20 करोड़ लोगों के पास रेडियो, 25 करोड़ लोगों के पास कैमरा और 25 करोड़ लोगों के पास मोबाइल फोन पर ही इंटरनेट की सुविधा मिलेगी।
शिवकुमार ने बताया कि आज के वक्त में मोबाइल सिर्फ लोगों के लिए बातचीत का ही जरिया नहीं रह गया है। मोबाइल फोन के जरिये मिलने वाली सुविधा ने भारत में इस क्षेत्र में विज्ञापकों के लिए काफी संभावनाएं विकसित की हैं। उन्होंने बताया कि अगले तीन साल में भारत में मोबाइल फोन उपभोक्ताओं की संख्या में जबरदस्त इजाफा होने की उम्मीद है।
माना जा रहा है कि यह संख्या पिछले 10 साल में बने मोबाइल उपभोक्ताओं की डेढ़ गुना होगी। मोबाइल फोन विज्ञापकों के लिए उपभोक्ताओं तक पहुंचने का सबसे आसान जरिया है।शिवकुमार ने बताया कि आजकल उपभोक्ता को मोबाइल फोन से मनोरंजन और शिक्षा की अपेक्षा होती है।