अगर किसी दौड़ में कोई अकेला ही प्रतियोगी हो तो उसका जीतना तय हैं। और कुछ एसो ही हुआ है स्पोट्र्स चैनल नियो स्पोट्र्स के साथ।
प्रसार भारती के भारत-दक्षिण अफ्रीका के 3 क्रिकेट टेस्ट मैच सीरीज से प्रसारण की दौड़ से बाहर होने के बाद अब टेस्ट सीरीज सिर्फ और सिर्फ नियो स्पोट्र्स पर ही देखी जा सकती है। सीरीज के प्रसारण का एकाधिकार प्राप्त होने के बाद, चैनल को उम्मीद है कि उसे विज्ञापनों से लगभग 70 करोड़ रुपये की आय होगी।नियो स्पोट्र्स को अभी तक इस मामले में 8 ऑन-एयर प्रायोजक मिल चुके हैं। इनमें 2 को-स्पॉन्सर्स और 6 एसोसिएट स्पॉन्सर्स शामिल है।
अन्य स्पॉन्सर्स के साथ कोका-कोला, एयरटेल, हीरो होंडा, पिडिलाइट, एशियन पेंट्स शामिल है जो लगभग 26-28 करोड़ रुपये चैनल को देंगे, जबकि बाकि की राशि स्पॉट बिक्री से हासिल होगी। नियो स्पोट्र्स चैनल को प्रत्येक टेस्ट मैच से 24 करोड़ रुपये (लगभग 4.8 करोड़ रुपये हर 5 दिन की सीरीज से) की आय की उम्मीद है। लगभग कुछ इतना ही हाल ही में भारत-ऑस्ट्रेलिया की तीन टेस्ट सीरीज से स्टार क्रिकेट, ईएसपीएन स्टार स्पोट्र्स के क्रिकेट चैनल ने भी बनाए थे।
उद्योग के सूत्रों का मानना है कि 3 टेस्ट सीरीज से स्टार क्रिकेट ने 70-75 करोड़ रुपये बनाए थे। निंबस के अधिकारी भारत-दक्षिण अफ्रीका सीरीज के एकाधिकार से काफी उत्साहित हैं। अब जब दूरदर्शन प्रसारण के अनिवार्य हिस्सेदारी के नियम से बाहर हो गया है, ऐसे में स्पोट्र्स चैनल के लिए विज्ञापनदाताओं से ऊंचे दाम मांगने के रास्ते भी खुल गए हैं।
नियो स्पोट्र्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष (एड-सेल्स) सुनील मनोचा का कहना है कि 10 सेकंड का समय भी अब चैनल लगभग 65-80 हजार रुपये में बेच रहा है और कंपनियां, जैसे कि पेप्सी, बार्कलेज बैंक, आईबीएम, और बजाज ऑटो पहले सह ही अपने स्पॉट बुक करवा चुके हैं।
मनोचा के अनुसार, ‘हमारे पास हर 15 दिन के खेल के लिए 4,500 सेकंड का स्पॉट है जिसे हम बेच सकते हैं। निर्धारित प्रायोजकों और अन्य विज्ञापनदाताओं के साथ पहले ही हमारे स्पॉट का एक बड़ा हिस्सा बुक हो चुका है और अब हरेक 15 दिन के खेल के लिए लगभग 60 स्पॉट बिकने बाकी हैं। बुधवार को शुरू होने वाले पहले टेस्ट मैच के सभी स्पॉट पहले से ही बिक चुके हैं।’
खेल प्रसारण सिग्नल्स अधिनियम 2007 के तहत, प्रसार भारती को किसी भी खेल कार्यक्रम से पहले उसके राष्ट्र महत्त्व की घोषणा करना जरूरी था।
अब सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने भारत-दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट सीरीज को राष्ट्रीय महत्त्व का न बताते हुए अपने कदम पीछे ले लिए है इसके बाद नियो स्पोट्र्स को खुद-ब-खुद टेस्ट सीरीज के प्रसारण का एकाधिकार प्राप्त हो गया है। और 3 टेस्ट मैच सीरीज को लेकर चैनल विज्ञापनदाताओं में टेस्ट मैच के प्रति उत्सुकता बढ़ाने में लगा हुआ है।