डिब्बाबंद दूध और आईसक्रीम के बाजार में मजबूती हासिल करने के बाद ब्रांड अमूल की अब नजरें बेकरी सेगमेंट पर भी हैं।
आणंद की यह कंपनी गुजरात को-ओपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (जीसीएमएमएफ), जो दूध उत्पादों के अमूल ब्रांड को मार्केट करती है, कि योजना इसी ब्रांड के तले बिस्कुट और केक बनाने की है।
फेडरेशन का एक महत्वपूर्ण सदस्य कैरा जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ भी बेकरी उत्पादों जैसे ब्रेड, बन और टोस्ट को बनाने पर विचार कर रहा है। फिलहाल संघ अपनी मोगर वाली इकाई में इन उत्पादों के लिए एक पायलट परियोजना चला रही है।
सूत्रों के अनुसार, संघ हर रोज 1 लाख ब्रेड के पैकेट बनाने की क्षमता वाली इकाई लगाने के लिए 12 करोड़ रुपये निवेश करने वाला है। इस क्षमता को बाद में बढ़ाया जा सकता है। यह संघ बाद में बिस्कुट और केक भी बनाएगा। कैरा जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ के प्रबंध निदेशक, राहुल कुमार श्रीवास्तव का कहना है, ‘बिस्कुट और बेकरी उत्पाद की परियोजना 1 से 2 वर्ष बाद शुरू की जाएगी।’ उन्होंने बिस्कुट और केक परियोजना में निवेश के बारे में कुछ भी नहीं बताया। इसके बावजूद फेडरेशन अगले दो महीनों में तीन विभिन्न स्वादों जैसे आम, स्ट्रॉबेरी और केला में मिल्क शेक बाजार में उतारने वाला है।
फेडरेशन के प्रमुख महाप्रबंधक आर एस सोधी का कहना है, ‘प्राकृतिक स्वादों और सेहत के प्रति जागरुकता तेजी से लोगों के बीच बढ़ रही है। फ्लेवर्ड मिल्क, मट्ठा, लस्सी, कूल कैफे और कूल कोको को मिली प्रतिक्रियाओं के बाद हम तीन अलग फलों के स्वादों में अमूल मिल्क शेक भी लॉन्च करने वाले हैं।’ उनका कहना है, ‘हम इन्हें अगस्त के मध्य तक लॉन्च करेंगे। 250 ग्राम के मिल्क शेक के हर टिन की कीमत 20 रुपये होगी। हमारा मकसद प्रतिदिन 50 हजार से 1 लाख टिन प्रति दिन बेचना है। यह नई पेशकश 13 से 19 वर्ष के युवाओं को ध्यान में रख कर विशेष तौर पर तैयार की गई है।’