अब इमामी उतरेगी खाद्य तेल के मैदान में

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 05, 2022 | 11:03 PM IST

गर्मियों में बाजार को भूनाने के लिए रोजमर्रा इस्तेमाल होने वाली उपभोक्ता वस्तुएं (एफएमसीजी) बनाने वाली बड़ी कंपनी इमामी लिमिटेड ने अपनी कमर कस ली है।


कंपनी निजी देखभाल खंड में कई नए उत्पाद लॉन्च करने वाली है, अपने मौजूदा ब्रांडों की पैकेजिंग में बदलाव करने वाली है और साथ ही में खाद्य तेल के कारोबार में भी धावा बोलने वाली है।


कंपनी इस गर्मी के मौसम में आयुर्वेदिक उत्पाद बोरोप्लस ट्रिप्ल एक्शन लाइट मॉश्चराइजिंग लोशन (बीपीएसएल) लॉन्च करने वाली है। यह उत्पाद 25 मिलीलीटर और 100 मिलीलीटर की मात्रा में उपलब्ध होगा जिसकी कीमत 5 रुपये और 35 रुपये होगी।


अपने इस उत्पाद के बारे में बताते हुए इमामी के निदेशक आदित्य अग्रवाल का कहना है, ‘हमने बीपीएसएल को ऐसे बनाया है कि उसका फार्मूला सूरज की रोशनी में त्वचा की नमी खोने से और पानी की कमी होने से बचागा, फिर आप कितनी भी देर के लिए धूप में निकलें।’ इमामी इस के साथ में नवरत्न कूल टेलकम पाउडर और बोरोप्लस प्रिकली हीट पाउडर को नई पैकेजिंग के साथ लॉन्च करेगी।


इमामी खाद्य तेल के कारोबार में भी उतरने वाली है और इसके लिए कंपनी इसी साल पश्चिम बंगाल के हल्दिया वाले अपने संयंत्र में 250 करोड़ रुपये निवेश करेगी। इस संयंत्र में पाम ऑयल, सोया ऑयल और राइस ब्रान ऑयल का उत्पादन किया जाएगा। योजना के अनुसार इस संयंत्र में 300 टन बायो-डीजल और 1000 टन पाम ऑयल प्रतिदिन बनाया जाएगा। इस वर्ष दिसंबर तक कंपनी सोया और राइस ब्रान ऑयल का उत्पादन भी संयंत्र में शुरू कर देगी।


खाद्य तेल में निवेश से 800 टन पाम ऑयल, 600 टन सोया ऑयल और 200 टन राइस ब्रान ऑयल का प्रतिदिन उत्पादन सुनिश्चित किया जा सकेगा। शुरुआत में कंपनी खाद्य तेल को चिप्स और बिस्कुट बनाने वाले उद्योगों को थोक में बेचेगी।


2009 में समूह की कुल बिक्री में इस संयंत्र से अतिरिक्त 1 हजार करोड़ रुपये की आय प्राप्त होगी। गौरतलब है कि कंपनी का पश्चिम बंगाल में 150 करोड़ रुपये की लागत का एक संयंत्र है, जिसकी उत्पादन क्षमता 1 लाख टन बायो-डीजल प्रति वर्ष है।

First Published : April 23, 2008 | 12:21 AM IST