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अमेरिकी किचनवेयर कंपनी टपरवेयर ब्रांड्स कॉर्प (Tupperware Brands Corp) ने चैप्टर 11 दिवालियापन सुरक्षा के लिए अप्लाई किया है। कंपनी ने यह कदम लगातार घटती बिक्री और बढ़ती प्रतियोगिता के कारण उठाया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, टपरवेयर ने अपनी संपत्तियां $500 मिलियन से $1 बिलियन के बीच और देनदारियां $1 बिलियन से $10 बिलियन के बीच बताई हैं।
कंपनी को काफी समय से आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। 2020 में टपरवेयर ने ये कहा था कि उसे अपने काम को जारी रखने में मुश्किल हो सकती है। जून 2024 तक कंपनी ने अपने आखिरी अमेरिकी प्लांट को बंद करने का फैसला किया, जिसके कारण लगभग 150 लोग बेरोजगार हो गए।
लेंडर्स के साथ $700 मिलियन से ज्यादा के लोन को लेकर बातचीत के बावजूद, टपरवेयर का कारोबार नहीं सुधर पाया, जिससे कंपनी को डेलावेयर में दिवालियापन के लिए आवेदन करना पड़ा।
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कंपनी की सेल्स में गिरावट
टपरवेयर पिछले चार साल से अपने बिज़नेस को फिर से पटरी पर लाने की कोशिश कर रहा है। तीसरी तिमाही 2021 से लेकर लगातार छह तिमाहियों तक कंपनी की सेल्स में गिरावट दर्ज की गई, क्योंकि चिपचिपी महंगाई ने इसके लो और मिड-इनकम ग्राहकों को खरीदारी से रोक दिया।
2023 में, कंपनी ने अपने कर्ज को फिर से स्ट्रक्चर करने के लिए अपने लेंडर्स के साथ एक एग्रीमेंट फाइनल किया और इन्वेस्टमेंट बैंक Moelis & Co को यह पता लगाने के लिए हायर किया कि कंपनी के पास कौन-कौन से स्ट्रैटेजिक ऑप्शंस हो सकते हैं।
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जानें कंपनी का इतिहास
1946 में अर्ल टपर द्वारा स्थापित, टपरवेयर अपने इनोवेटिव प्लास्टिक प्रोडक्ट्स और खासतौर पर पेटेंटेड एयरटाइट सील्स के कारण हर घर का जाना-माना नाम बन गया। यह ब्रांड घरों में सेल्स पार्टियों के ज़रिए लोगों तक पहुंचा और अमेरिका के उपनगरीय इलाकों में एक बड़ा ट्रेंड बन गया।