अशोक पीरामल समूह की रियल्टी कंपनी पेनिनसुला लैंड (पीएलएल) नए व्यवसायों में दस्तक देने की जुगत में लग गई है।
मुंबई में ऐतिहासिक क्रॉसरोड्स मॉल तैयार करने वाली यह कंपनी मंदी से जूझ रहे रियल एस्टेट क्षेत्र में अपना राजस्व बढ़ाने के लिए परियोजना प्रबंधन और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की ओर रुख कर रही है। कंपनी सुविधा प्रबंधन, विशेष आर्थिक क्षेत्र और होटल कारोबार जैसे कई क्षेत्रों में पहले ही दस्तक दे चुकी है।
पीएलएल आवासीय, वाणिज्यिक और रिटेल क्षेत्र के लिए तकरीबन 4 करोड़ वर्ग फुट क्षेत्रफल पर अपनी विकास गतिवधियां चला रही है। एक अधिकारी ने बताया, ‘हम नए उद्यमों में प्रवेश के लिए अवसरों और विकल्पों को तलाश कर रह हैं। अगले पांच वर्षों में हमारे पास परियोजना प्रबंधन, इन्फ्रास्ट्रक्चर, निजी इक्विटी जैसे नए कार्य क्षेत्र मौजूद होंगे।’ कंपनी के प्रबंध निदेशक राजेश जग्गी से इस बारे में कोई प्रतिक्रिया हासिल नहीं की जा सकी है।
पीएलएल ने मई में वस्त्र निर्माता और रियल एस्टेट डेवलपर एरो वेबटेक्स के साथ मिलकर पूरे देश में बिजनेस होटलों के निर्माण की घोषणा की थी। सूमह ने अन्य कारोबार पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अपने रिटेल कारोबार को दिसंबर 2007 में इंडियाबुल्स समूह को 208 करोड़ रुपये में बेच दिया था। कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक पेनिनसुला का फैसिलिटी मैनेजमेंट डिवीजन रियल एस्टेट के 21 लाख वर्ग फुट क्षेत्र का प्रबंधन करता है और 2009 तक इसने अतिरिक्त एक करोड़ वर्ग फुट के सुविधा प्रबंधन व्यवसाय को खरीदने की योजना बनाई है।
पेनिनसुला घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय फंड लांच कर निजी इक्विटी बिजनेस में भी दस्तक दे चुका है। रियल एस्टेट परियोजनाओं के अलावा टेक्स्टाइल्स, इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रोनिक, एंटरटेनमेंट के क्षेत्रों में भी अशोक पिरामल समूह अपनी पैठ बना चुका है। यूनिटेक, डीएलएफ, पार्श्वनाथ डेवलपर्स, हाउसिंग डेवलपेमंट इन्फ्रास्ट्रक्चर (एचडीआईएल) जैसी दिग्गज कंपनियां दूरसंचार, बीमा, संपत्ति प्रबंधन, मनोरंजन, विद्युत, तेल एवं गैस खोज जैसे कारोबारों में या तो दस्तक दे चुकी हैं या दस्तक देने की तैयारी में लगी हुई हैं।
ये कंपनियां रियल एस्टेट बाजार में मंदी से उबरने के लिए इन नए उद्यमों की ओर रुख कर रही हैं। देश की सबसे बड़ी डेवलपर डीएलएफ ने उपकरण प्रबंधन और निर्माण गतिविधियों में निवेश के लिए 800 करोड़ रुपये के उपक्रम पूंजी (वीसी) फंड के लिए आवेदन किया है। कंपनी इस फंड के लांच के लिए बाजार नियामक सेबी की मंजूरी का इंतजार कर रही है।